बिलासपुर: न्यायधानी में 14 दिसंबर की रात 11 बजे घर के बरामदे में घुस कर की गई हत्या में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। प्राचार्य की हत्या करने से पहले आरोपी ने दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड की तरह हत्या की पूरी प्लानिंग की थी। यह प्लानिंग उसने सिर्फ दो दिनों में गूगल सर्च करने के बाद की थी। आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद उसके मोबाइल सर्च हिस्ट्री से इसका खुलासा हुआ है जिसमे उसने हत्या करने व करवाने की सजा से लेकर सर पर वार करने के तरीकों की खोज की थी। पुलिस ने आरोपी न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
14 दिसंबर की रात तारबाहर थाना क्षेत्र के लिंक रोड में यश बैंक के पीछे रहने वाले प्राचार्य प्रदीप श्रीवास्तव (62) की घर के पोर्च में हत्या कर दी गई थी। वे पचपेढ़ी के हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य के पद पर पदस्थ थे। उनकी पत्नी अनिता श्रीवास्तव भी बोड़ती परसदा में प्राचार्य है। प्रदीप मार्च में रिटायर होने वाले थे। उनका बेटा अक्षत दिल्ली में एमबीए कर रहा है। और उनकी बेटी प्रियंका मुंबई से एमबीए कर रही है। घर मे पति पत्नी ही रहते थे। प्रदीप श्रीवास्तव की गुरुवार रात 11 बजे उनके घर के बाउंड्री बाल के अंदर पोर्च में किसी ने सर में हमला कर व ब्लेड से गला काट हत्या कर दी।
उनके चिंखने की आवाज सुनकर सामने घर मे रहने वाले दीपक अग्रवाल के भाई व घर के अन्य सदस्य बाहर निकले। पर तब तक हत्यारा फरार हो चुका था। पोर्च में गेट से थोड़ा पहले प्रदीप श्रीवास्तव खून से लथपथ पड़े हुए थे। पड़ोसियों ने इसकी सूचना उनकी पत्नी अनिता श्रीवास्तव को दी। वें घटना के समय घर की ऊपरी मंजिल में स्थित अपने कमरें में थी। लिहाजा उन्हें घटना की जानकारी नही हो सकी थी। प्रदीप श्रीवास्तव का घर दो मंजिला है। जिसमे शिक्षक दंपति व उनके बच्चो का कमरा ऊपरी मंजिल में ही है। हालांकि उनके बच्चे अभी बाहर पढ़ रहे हैं।
पति की लाश देखकर उनकी पत्नी बदहवास हो गई। पड़ोसियों के पास मृतक प्रदीप श्रीवास्तव की इंदौर में रहने वाली बहन का नंबर था लिहाजा उन्होंने उनकी बहन को सूचना देने के साथ ही तारबाहर थाना की पेट्रोलिंग टीम को भी सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल, सिविल लाइन सीएसपी संदीप पटेल, तारबाहर थाना प्रभारी मनोज नायक,सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी मौके पर पहुँच गए।
पुलिस हत्या के आरोपी को तलाश कर ही रही थी कि हत्यारा खुद ही सरेंडर करने पुलिस के पास पहुँच गया। सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के हरदीकला निवासी उपेंद्र कौशिक (24) पिता विश्राम कौशिक ने पुलिस को बताया की प्रदीप श्रीवास्तव उसकी गर्लफ्रैंड को परेशान करता था। इसलिए गुस्से में आकर प्रदीप श्रीवास्तव के घर जाकर उसकी हत्या कर दी। उपेंद्र कौशिक फिलहाल बिलासपुर के सरकंडा थाना क्षेत्र के जोरापारा में रूम किराया लेकर रहता था। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है।
मृतक पूर्व छात्रा का था लोकल गार्जियन, दोनो की बातचीत पर आरोपी करता था शक
मृतक पूर्व में जांजगीर जिले के मालखरौदा ब्लॉक ( वर्तमान में सक्ति जिला) के सकर्रा स्कूल में पोस्टेड रहे थे। जहां स्कूल में पढ़ने वाली उनकी एक पूर्व छात्रा ने पिछले वर्ष 2021 में बिलासपुर के सीएमडी कॉलेज में प्रवेश लिया था। तब तक प्रदीप श्रीवास्तव भी बिलासपुर जिले में ट्रांसफर होकर आ गए थे। पुरानी जान पहचान के चलते छात्रा के पालक ने अपनी बेटी का बिलासपुर में पढ़ाई के दौरान बतौर लोकल गार्जियन ख्याल रखने के लिए प्रदीप श्रीवास्तव को कहा था। आरोपी उपेंद्र कौशिक भी सीएमडी का छात्र रहा था। उसकी दोस्ती कालेज के दौरान छात्रा से हो गई थी। पर उसे अपनी गर्लफ्रैंड का प्रिंसिपल प्रदीप श्रीवास्तव से मिलना व बात करना पसंद नही था।
प्रदीप श्रीवास्तव से आरोपी को उसकी गर्लफ्रेंड ने ही अपना भाई बता कर मिलवाया था। आरोपी मंगलवार को अपनी गर्लफ्रेंड के गांव भी पहुँच गया था और उसके पिता को छात्रा व प्रिंसिपल के संबंधों के बारे मे उल्टी सीधी बात बोलकर भड़का कर अपनी ही बाइक में बैठाकर ले आया था। पर सच्चाई सामने आते ही उसकी गर्लफ्रेंड के पिता वापस चले गए थे। अपनी चाल कामयाव न होता देख आरोपी और भी अधिक बौखला गया था।
मृतक प्राचार्य छात्रा को आरोपी उपेंद्र कौशिक से ज्यादा मिलने जुलने से मना करते हुए पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दिया करते थे। उपेंद्र को लगता था कि प्रिंसिपल उसके व उसकी प्रेमिका के बीच बाधा बन सकते हैं। इसके लिए उसने प्राचार्य को रास्ते से हटाने की सोची। इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकता था और जेल जाने के लिए भी मानसिक रूप से भी तैयार था। जिसका पता पुलिस को उसकी गूगल सर्च हिस्ट्री से चलता है।आरोपी ने गूगल में हत्या से पहले हत्या की सजा कितनी होती है यह सर्च किया था,इसके अलावा हत्या करवाने की सजा कितनी होती है यह सर्च किया था। साथ ही आरोपी के गूगल सर्च हिस्ट्री से पता चलता है कि उसने सिर पर वार कर के हत्या की ही प्लॉनिंग की थी। आरोपी ने गूगल पर सर्च किया था कि “सर पर वार कैसे करे”?.
आरोपी को उसकी गर्लफ्रेंड ने बाइक खरीदने के लिए 31 हजार रुपये भी दिया था। जिससे उसने 30 हजार रुपये में ब्लैक कलर की स्टेनर बाइक खरीदी थी और 1 हजार का पेट्रोल भरवाया था। जिसके बाद उसी स्टेनर गाड़ी में आरोपी हत्या को अंजाम देने पहुँचा और मेन रोड मे पुमा शो रूम के सामने बाइक खड़ी कर पैदल ही गली में दाखिल हुआ था और हत्या को अंजाम देकर फरार हो गया। पुलिस ने उसकी बाइक को जब्त किया है।