रायपुर: क्या भाजपा ने आने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद अपना मुख्यमंत्री का चेहरा चुन लिया है? वह भी आदिवासी चेहरा? ये बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि एक भाजपा के विधायक ने भरे मंच से 11 माह बाद मुख्यमंत्री के पद पर रामविचार नेताम को होने की बात कह दी। हालांकि बाद में उन्होंने इस बयान का स्वयं खंडन करते हुए उन्हें मंत्री बनने की बात कही।
दरअसल, भाजपा के द्वारा दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के रिसाली में छत्तीसगढ़ बचाव अभियान के तहत कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया था। इसी मंच पर पूर्व केबिनेट मंत्री और वर्तमान विधायक अजय चंद्राकर ने भिलाई के निजी मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण के मामले को उठाते हुए कहा कि एक अधिकारी अगर मशीन का सही मूल्यांकन कर दें तो हम उस अधिकारी को कलेक्टर बना देंगे। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले 11 माह बाद रामविचार जी मुख्यमंत्री बनने वाले है।
इस बयान के बाद जब मीडिया ने उनसे प्रश्न किया तो उन्होंने इस मामले में खंडन करते हुए कहा कि मैंने मंत्री कहा था। अब इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद भाजपा में उनके नाम पर मंथन चल रहा है, ऐसे में वे छत्तीसगढ़ के आदिवासी और वरिष्ठ नेता हैं ऐसे में संभव है कि भाजपा उन्हे बतौर मुख्यमंत्री चेहरा मैदान में उतार दे।