इंटरनेट की ताकत कमाल है! इसकी बदौलत कोई शख्स रातोंरात स्टार बन जाता है, तो जरूरतमंदों को लाखों की मदद तक मिल जाती है। दिल्ली के मालवीय नगर का ‘बाबा का ढाबा’ इसकी मिसाल रहा है। हालांकि, इस बार जब शिक्षक से डिलीवरी बॉय बने एक 31 वर्षीय व्यक्ति की कहानी इंटरनेट पर वायरल हुई, तो दरियादिल लोगों ने उनका जज्बा और कड़ी मेहनत देख 24 घंटों के अंदर एक मोटरसाइकिल दिला दी। बता दें, इस डिलीवरी बॉय की तस्वीर और कहानी ट्विटर यूजर आदित्य शर्मा ने 11 मार्च को ट्विटर पर शेयर की, जिसके बाद मामल सुर्खियों का हिस्सा बन गया।
आदित्य ने लिखा- आज मुझे समय पर मेरा ऑर्डर मिल गया, और मेरे लिए हैरानी की बात यह है कि डिलीवरी बॉय साइकिल पर आया था। आज मेरे शहर का तापमान लगभग 42 डिग्री सेल्सियस था। राजस्थान की चिलचिलाती गर्मी में उन्होंने मेरा ऑर्डर समय पर पहुंचाया। इसलिए मैंने उनसे थोड़ी बातचीत की। उनका नाम दुर्गा मीना है, जो 31 साल के हैं। वह चार महीने से डिलीवरी बॉय के रूप में काम कर रहे हैं, और एक महीने के लगभग 10 हजार रुपये कमाते हैं।
वैसे तो दुर्गा एक टीचर रहे हैं, जो 12 वर्षों से पढ़ाने का काम कर रहे थे। लेकिन कोरोना के दौरान उनकी नौकरी चली गई। वह मुझसे अंग्रेजी में बात कर रहे थे। उन्होंने बी.कॉम (B.com) से स्नातक की है, और आगे एम.कॉम (M.com) की पढ़ाई करना चाहते हैं, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति इसकी इजाजत नहीं देती। इसलिए वह जोमैटो के साथ काम करने लगे।
वह इंटरनेट के बारे में सबकुछ जानते हैं। दुर्गा ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनके पास अच्छे वाईफाई के साथ एक लैपटॉप हो, ताकि वह छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा सकें। क्योंकि सबकुछ ऑनलाइन होता जा रहा है। उन्होंने विभिन्न बैंकों से कर्ज लिया है, जिन्हें चुका रहे हैं। इसके साथ ही वह पैसे बचाने की पूरी कोशिश करते हैं ताकि एक बाइक ले सकें।
तो मैंने उनसे पूछा कि क्या सही में उन्हें बाइक की आवश्यकता है, जिस पर उन्होंने कहा- सर अभी दिन में 10-12 डिलीवरी हो जाती हैं, और सांस लेने का टाइम नहीं होता। अगर बाइक मिल जाए तो सर बहुत आराम हो जाएगा, और कहा कि अगर सर आप मेरी डाउन पेमेंट कर दें तो EMI मैं खुद भर दूंगा, और चार महीनों के अंदर ब्याज के साथ आपको डाउन पेमेंट की रकम भी लौटा दूंगा।
दोस्तों, मैं आप सबकी मदद से 75 हजार रुपये जुटाना चाहता हूं। मैं जानता हूं कि यह एक बड़ी रकम है, लेकिन अगर यह 75 हजार लोगों तक पहुंचा और सब एक रुपये भी दें तो दुर्गा की मोटरसाइकिल लेने की इच्छा पूरी हो जाएगी। यहां तक उसने कहा कि वह डाउन पेमेंट की सारी रकम भी लौटा देगा। सही में, वह एक मेहनती व्यक्ति है। हालांकि, क्राउडफंडिंग से करीब 2 लाख रुपये इकट्ठा हो गए हैं।
आप सभी का शुक्रिया दोस्तों… 24 घंटों से भी कम समय में मोटरसाइकिल भेंट की। हालांकि, जो लोग अब भी पैसे भेज रहे हैं, कृपया वे ना भेंजे, क्योंकि पैसे जुटाने (फंडराइजिंग) की प्रक्रिया बंद कर दी गई है। अब वह बहुत खुश हैं।