AMBIKAPUR | बकरे को लेकर दो परिवारों के बीच हुई जमकर लड़ाई, थाने पहुंचा मामला, पार्षद और मोहल्लेवाले की हुई गवाही

अंबिकापुर: कोतवाली में कल बकरे को लेकर मालिकाना हक़ जताते हुए दो परिवार थाने आ गए।काले रंग के इस नन्हे बकरे को लेकर दोनों परिवार का दावा था कि, यह उनके पाले बकरों में एक है। थाने के भीतर हुए इस हंगामे के बाद पुलिस ने मोहल्लेवासी और पार्षद से पूछताछ की और बकरा फ़िलहाल उसके हवाले कर दिया जिसके समर्थन में एकमत से गवाही मिली।

घुटरापारा निवासी ममता और प्नायक एक छोटा बकरा विवाद की वजह बन गया था, दोनों ही बकरे को अपना बता रहे थे और इसे लेकर जमकर बहस होते हुए मामला थाना आ गया। छोटे से बकरे की पहचान को लेकर पुलिस भी मुश्किल में फँसी कि, मालिक की पहचान कैसे हो, तब पुलिस ने दोनों ही विवाद कर रहे लोगों से पड़ोसियों और पार्षद को बुलवाया और उनकी गवाही पर बकरा ममता को सौंप दिया गया।

ममता का दावा था कि मेमना ( बकरे का छौना) वह सोनहत से खरीद के लाई थी,जबकि नायक का दावा था कि उसकी बकरी ने बच्चे दिए थे, जिसमें से काला रंग का बच्चा गुम था, यह ममता के घर से निकल कर बकरी के पास पहुँचा और दूध पीने लगा, लिहाज़ा यह मेमना उनका ही है। पुलिस ने मेमना ख़रीद बिक्री की भी पुष्टि कराई, जो सही साबित हुई।

बकरे के बच्चे के फेर में कोतवाली पुलिस घंटो हैरान परेशान रही, मसला यह भी है कि तात्कालिक रुप से तो मामला सलट गया है लेकिन दूसरा पक्ष अब भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं है।

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