जगदलपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने क्षमता विकास के लिए जगदलपुर से रायपुर एक दिवसीय भ्रमण करने जा रहे 40 युवोदय स्वयंसेवकों की बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। युवोदय स्वयंसेवकों को रायपुर में नालंदा परिसर, विधानसभा, छेरिखेड़ी आदि का भ्रमण करवाया गया।
बस्तर जिला प्रशासन के द्वारा शुरु की गई नवीन पहल के तहत बस्तर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों के युवोदय स्वयंसेवकों को महीने में एक बार उनके क्षमता विकास के लिए एक दिवस के लिए रायपुर के विभिन्न जगहों पर भ्रमण करवाया जाएगा। इसी तारतम्य में शनिवार को मुख्यमंत्री शभूपेश बघेल ने जगदलपुर से रायपुर भ्रमण करने जा रहे 40 युवोदय स्वयंसेवकों की बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रायपुर पहुंच कर युवोदय स्वयंसेवकों ने नालंदा परिसर एवं सेंट्रल लाइब्रेरी का भ्रमण किया। नालंदा परिसर के नोडल अधिकारी केदार पटेल और प्रभारी जिला पंचायत रायपुर APO उदय राम कामड़े ने बताया कि नालंदा परिसर किस तरह कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित हो रहा है। साथ ही युवोदय स्वयंसेवकों को नालंदा परिसर के विभिन्न जानकारियों से रूबरू करवाया गया।
युवोदय स्वयंसेवकों ने छेरिखेड़ी मल्टीएक्टिविटी सेंटर का भी भ्रमण किया। यहां स्वयंसेवकों ने स्व-सहायता महिलाओं द्वारा साबुन, ट्री-गार्ड, मशरूम, बेकरी, सूती कपड़ा के बनाने की प्रकिया और उनकी सफलता की कहानी को जाना। युवोदय स्वयंसेवकों ने इस अवसर पर विधानसभा का भ्रमण भी किया, विधानसभा की कार्यप्रणाली को समझा।
तोकापाल ब्लॉक की सोनमती मौर्य कहना है कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि रायपुर आ पाऊंगी। युवोदय से जुड़े हुए एक साल हो रहा है। मैं अपने गांव में शाम के समय मोहल्ला क्लास लगाकर बच्चों को पढ़ाती थी। साथ ही कोरोना टीका, टी. बी. बीमारी के प्रति जागरूक करती थीं। रायपुर आकर मैंने नालंदा परिसर को देखा और जाना की किस तरह से यहां विद्यार्थी किस तरह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
समदु नाग, मावली पदर (दरभा) कहतीं हैं कि मैं भी रायपुर पहली बार आया। यहां छेरिखेड़ी में स्व-सहायता समूह की दीदीयों के कार्यों और सफलता की कहानी सुनकर लगा कि मैं भी कुछ स्टार्टअप कर सकता हूं। यहां से घर जाकर जिला प्रशासन द्वारा संचालित थिंक-बी से जुड़कर अपने स्टार्टअप को शुरु करने का सोच रहा हूं।