रायपुर: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब व मणिपुर विधानसभा चुनाव में वोटो की गिनती शुरू हो गई है। सबसे बड़े राज्य यूपी में विधानसभा चुनाव की लगभग दो महीने लंबी चली कवायद के बाद अब सारी निगाहें चुनाव के नतीजों पर टिक गई हैं। छत्तीसगढ़ के दिग्गज भाजपा व कांग्रेस के नेताओं ने इन राज्यों में चुनावी कमान संभाली थी। परिणाम के साथ ही प्रदेश के दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। चुनाव परिणाम न सिर्फ नेताओं का सियासी कद तय करेगा बल्कि, भविष्य के लिए भी तस्वीर साफ करेगी।
छत्तीसगढ़ के नेताओं की धड़कनें भी तेज
चुनावी रुझानों के आने के साथ ही सियासी पारा चढ़ और उतर रहा है। पांच राज्यों के चुनावी परिणाम ने छत्तीसगढ़ के नेताओं की धड़कनें बढ़ा दी है। कांग्रेस पार्टी के लिए सीएम भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, कई मंत्रियों, विधायकों सहित कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने चुनावी कमाल संभाली थी। कई महीनों तक प्रचार किया। वहीं भाजपा के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल सहित कई दिग्गजों ने चुनावी रण में जमकर पसीना बहाया था। पांच राज्यों के जिस विधानसभा क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ के नेताओं को कमान सौंपी गई थी, उन सीटों पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
दिग्गजों के बीच जमकर चले जुबानी जंग
बता दें कि पांच राज्यों में हो रहे चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ के भाजपा व कांग्रेस के नेताओं में जुबानी जंग चलती रही है। दोनों ही दलों के नेता अपनी-अपनी जीत के दावे करते रहे हैं। साथ ही शब्दों के बाण भी जमकर चले। चुनावी सभाओं के बाद प्रदेश के दिग्गज नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के प्रत्याशियों की जीत का दावा भी किया है। जनता ने किसे जनादेश दिया है, इसके रुझान आने शुरू हो गए हैं। चुनावी परिणाम दोपहर तक लगभग स्पष्ट हो जाएंगे, लेकिन रुझान के साथ ही दिग्गजों के दावों का दम भी निकलना शुरू हो गया है। प्रदेश के सियासी गलियारों में इसे लेकर चर्चा भी शुरू हो गई है।