रायपुर: युद्ध ग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय विद्यार्थियों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। छत्तीसगढ़ सरकार को अभी तक वहां फंसे 75 विद्यार्थियों का ब्यौरा मिला है। सरकार विदेश मंत्रालय से मिलकर उनकी वतन वापसी की कोशिश में जुटी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, वहां फंसे छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों की मदद की कोशिश जारी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “यूक्रेन का वर्तमान संकट चिन्ता का विषय है। यूक्रेन में 20 हजार विद्यार्थी फंसे हुए हैं, उसमें छत्तीसगढ़ राज्य के भी हैं। उनकी मदद के लिए दिल्ली में हेल्प सेंटर प्रारंभ किया है। वहां लोग लगातार सम्पर्क कर रहे हैं। हम हर स्तर पर मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत सरकार और विदेशी दूतावासों से लगातार सम्पर्क में हैं कि हम अपने विद्यार्थियों को कैसे छत्तीसगढ़ वापस ला सकें।’
कीव स्थित भारतीय दूतावास ने करीब 200 भारतीय विद्यार्थियों को ठहरने का प्रबंध किया है। राजदूत ने गुरुवार को इन विद्यार्थियों से बात की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “कूटनयिक चर्चा तो भारत सरकार को करनी होगी। राज्य शासन की ओर से हमने इसके लिए अधिकारी नियुक्त किया है और लगातार सम्पर्क में हैं।’ अधिकारियों ने बताया, केन्द्र सरकार से समन्वय बनाकर छत्तीसगढ़ के नागरिकों की सुरक्षित वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं। यह कार्य भारतीय विदेश मंत्रालय के सहयोग और समन्वय के बिना सम्भव नहीं है। फिलहाल केन्द्र सरकार द्वारा यूक्रेन में मौजूद भारतीय नागरिकों को अपने-अपने स्थानों में सुरक्षित रूप से बने रहने की सलाह दी गई है।