रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश के चुनावी दौरे से छत्तीसगढ़ लौट आए हैं। रायपुर लौटते ही सीएम ने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल करने के संकेत दिए। सीएम ने कहा कि राज्य की वित्तीय स्थिति की समीक्षा के बाद जो संभव हो पाएगा करेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 मार्च के बाद छुट्टा पशुओं के बारे में निर्णय लेने के बयान पर भी तंज कसा। भूपेश ने कहा कि विचार क्या करोगे, छत्तीसगढ़ मॉडल को कॉपी करोगे।
सीएम भूपेश बघेल ने रायपुर के एयरपोर्ट पर गोधन न्याय योजना की आलोचना करने वाले छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, तब ये लोग गोबर को राजकीय चिन्ह बनाने का सुझाव दे रहे थे। आज उसके नेता और हमारे प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि 10 मार्च के बाद निर्णय लेंगे। विचार मैंने कर लिया है। भूपेश ने कहा कि विचार क्या करोगे, छत्तीसगढ़ मॉडल को कॉपी करोगे। इसके अलावा और क्या रास्ता है। गोबर खरीदने की बात है। हम यहां गोबर खरीद रहे हैं और उससे गर्मी कम्पोस्ट, दीया, बिजली, गमला, गो काष्ठ बना रहे हैं और बिजली भी बना रहे हैं। हमने रास्ता दिखा दिया है। प्रधानमंत्री से यह भी कहूंगा कि धान भी 2500 रुपये में खरीद लें, जिससे देश के किसानों का भला हो जाएगा।
पुरानी पेंशन पर समीक्षा के बाद निर्णय
छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली से जुड़े एक सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश के लोगों को देने का काम हम लगातार कर रहे हैं। राजस्थान ने पुरानी पेंशन बहाल की घोषणा हुई है तो अब इस पर चर्चा शुरू हुई है। इसकी पूरी कार्ययोजना को देखा जाएगा। छत्तीसगढ़ में राज्य की वित्तीय स्थिति की समीक्षा के बाद जो संभव हो पाएगा करेंगे। सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश में लोग भी लोग मांग कर रहे हैं।
यूपी से भाजपा की सरकार जाने वाली है
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी जा रही है, इतना तय है। चार चरण के चुनाव हो गए हैं। तीन चरण के चुनाव बचे हुए हैं। उनकी धर्म और जाति की राजनीति नहीं चली। पांच सालों में भाजपा विधायकों ने कुछ नहीं किया। उत्तर प्रदेश की जनता में सरकार को लेकर भारी आक्रोश है। अब स्पष्ट दिखाई देने लगा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जाने वाली है।
मोदी जी से कहूंगा- बजरंगियों को संभालें
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छुट्टा पशुओं के समस्या की जड़ भाजपा, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद वाले ही हैं। पांच साल पहले उत्तर प्रदेश में भी आवारा पशुओं से कोई परेशानी नहीं थी। विहिप व बजरंग दल वाले मवेशी ले जाने वालों को केवल कत्लखाना ले जाने वाला ही समझे। यह समझकर उनकी पिटाई कर दी। एफआईआर दर्ज करवा दी। हत्या तक हुई और उनसे पैसे भी वसूले। व्यापारियों ने मवेशी बाजार बंद कर दिए, व्यापार बंद हो गया तो मवेशी कहां जाएंगे। भूपेश ने कहा कि मैं मोदी जी से कहूंगा कि वे बजरंगियों को संभालें।