सूरजपुर: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर अंतर्गत मसगा जंगल में सोमवार की रात करीब 9.30 बजे कार सवार पूर्व सरपंच व उनके ड्राइवर का सामना प्यारे हाथी से हो गया। हाथी को अचानक सामने देखकर कार से उतरकर भाग रहे पूर्व सरपंच को हाथी ने कुचलकर मार डाला। वहीं कार चालक ने भाग कर अपनी जान बचाई। हाथी अब भी पास के जंगल में ही मौजूद है। वन विभाग के कर्मियों ने मार्ग में आने-जाने पर रोक लगा दी है। पूर्व सरपंच का शव कई टुकड़ों में एकत्र कर मरच्युरी भिजवाया गया। इस घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रतापपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत टुकुडांड़ के पूर्व सरपंच धनाराम सिंह सोमवार को एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने ग्राम पंचायत सोनपुर गए थे। वहां से अपनी नैनो कार में सवार होकर रात करीब 9.30 बजे घर लौट रहे थे। रास्ते में मसगा जंगल से गुजरने के दौरान उनके सामने हाथी आ गया। अचानक हाथी को देखकर कार के ड्राइवर ने वाहन रोक दिया और भागने लगा। यह देख पूर्व सरपंच भी कार से उतरे और जंगल की ओर भागे। इस दौरान हाथी ने दौड़ाकर धनाराम को सूंड से पकड़ उठाकर पटक दिया और पैरों से कुचलकर मार डाला। ड्राइवर ने इसकी सूचना गांव में आकर दी। सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचा और पूर्व सरपंच का क्षत-विक्षत शव बरामद किया। घटना से पूर्व सरपंच के घर में मातम पसरा हुआ है। वन विभाग ने मार्ग में एहतियातन आने-जाने वालों को रोकने वन कर्मियों की तैनाती कर दी है।
कई टुकड़ों में मिला पूर्व सरपंच का शव
प्रतापपुर रेंजर पीसी मिश्रा ने बताया कि घटना के तुरंत बाद गजराज वाहन मौके पर पहुंच गया था, कर्मचारियों ने ही घटना की जानकारी दी। वे घटना को अंजाम देने वाले दंतैल हाथी का पीछा कर रहे थे, जो शाम को ही जंगल में घुसा था। हादसे की जानकारी मिलते ही नायब तहसीलदार राधेश्याम तिर्की, एसडीओ वीके लकडा सहित अन्य कर्मचारी पुलिस कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद कई टुकड़ों में पड़े पूर्व सरपंच के शव को एकत्रत किया गया। परिजनों व ग्रामीणों के साथ शव को प्रतापपुर लेकर आए, जिसे मरच्युरी में रखा गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें हाथियों की उपस्थिति की जानकारी समय पर नहीं मिल पा रही है।
हमारी टीम लगातार निगरानी कर रही: एसडीओ
घटना स्थल से शव लेकर हॉस्पिटल पहुंचे एसडीओ वीके लकड़ा ने बताया कि इस तरह की घटना दुःखद है, लेकिन हमारा प्रयास रहता है कि हाथियों से जनहानि न हो। वर्तमान में प्रतापपुर ब्लॉक में कई हाथी अलग-अलग क्षेत्रों में भ्रमण कर रहे हैं। सभी की एक साथ निगरानी करना संभव नहीं है, फिर भी हमारे विभाग के कर्मचारी सभी पर नजर रख रहे हैं। जिस क्षेत्र में प्यारे व अन्य आक्रमक हाथी मौजूद हैं उस क्षेत्र में हमारी विशेष नजर है। गजराज वाहन के साथ हमारी टीम व हाथी मित्र क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं, ताकि लोगों को आगाह किया जा सके।
35 से अधिक लोगों की जान ले चुका है प्यारे हाथी
मसगा के जंगल में मौजूद प्यारे हाथी अब तक 35 से अधिक लोगों की जान ले चुका है। सूरजपुर डीएफओ ने प्यारे हाथी को पकड़कर हाथी रेस्क्यू सेंटर में रखने राज्य सरकार को अनुमति के लिए पत्र भी लिखा है, लेकिन अब तक इसकी अनुमति नहीं मिली है। प्यारे हाथी की मौजूदगी से आसपास के ग्रामीण दहशत में हैं।10 फरवरी को प्यारे हाथी (दल का नाम प्यारे) ने घुई वन परिक्षेत्र के भेलकच्छ गांव में एक महिला को सूंड से लपेटकर पटक दिया था और पैरों से कुचलकर मार डाला था। ग्रामीणों ने इसके बाद अफसरों को दो घंटे तक घेरे रखा था। ग्रामीणों का कहना था कि प्यारे व बहरादेव हाथियों को पकड़कर रेस्क्यू सेंटर में रखा जाए, ताकि किसी की जान न जाए।