BIJAPUR | अगवा इंजीनियर का अब तक कोई सुराग नहीं, दोनों बेटियां पापा के लिए रो रही, पत्नी ने नक्सलियों से की ये अपील

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में महज 3 दिन पहले माओवादियों ने जिस इंजीनियर को अगवा किया था, उसका अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। अब माओवादियों के चंगुल से पति को छुड़वाने के लिए इंजीनियर की पत्नी ने वीडियो जारी कर माओवादियों से रिहाई की अपील की है। महिला ने कहा कि हमारी दो बेटियां हैं। एक पढ़ रही है। दूसरी छोटी है। हम उनके भरोसे ही हैं। नहीं तो हम कहां जाएंगे। उन्हें कुछ मत करिए।

पापा को कोई ले गया यह सुनकर दोनों बेटियां बहुत रो रही हैं। महिला ने वीडियो के माध्यम से कहा कि उनकी कोई गलती नहीं है। हम लोग 15-20 दिन पहले ही यहां कमाने आए थे। अब वापस चले जाएंगे। कृपया मेरे पति को छोड़ दें। इधर, इंजीनियर की बेटियों ने भी माओवादियों से अपने पापा को छोड़ने की अपील की है। बेटियों ने कहा कि हमें पाप की बहुत याद आ रही है।

इंजीनियर अशोक पवार और उनकी पत्नी सोनाली पवार अपने दो बच्चों के साथ मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में रहते हैं। लेकिन, हाल ही के कुछ दिन पहले ये रोजी-रोटी के लिए बस्तर याए हैं। इंजीनियर अशोक पवार एक प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी करते हैं। इसी प्राइवेट कंपनी ने बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित इलाके बेदरे में इंद्रावती नदी पर पुल बनाने का काम लिया था। इंजीनियर खुद मजदूरों से काम करवाने रोज फील्ड पर जा रहे थे। 3 दिन पहले नक्सली इसी जगह से इंजीनियर को उठाकर ले गए हैं।

पत्नी की गुहार के बाद PMGYS के इंजीनियर को किया था रिहा
माओवादियों ने नवंबर 2021 में बीजापुर जिले में ही एक सड़क निर्माण का जायजा लेने पहुंचे PMGSY के इंजीनियर को अगवा कर लिया था। उसे छुड़वाने इंजीनियर की पत्नी अर्पिता ने भी जंगल की ख़ाक छान ली थी। अर्पिता ने भी वीडियो के माध्यम से माओवादियों से पति को छोड़ने के लिए अपील की थी। इसके बाद माओवादियों ने 7 दिन बाद जन अदालत लगाकर इंजीनियर को रिहा कर दिया था।

खबर को शेयर करें