RAIPUR | बोर्ड की परीक्षाएं ऑफलाइन होंगी, 6787 केंद्रों में इम्तिहान देंगे छात्र, 12वीं की 2 व 10वीं की 3 मार्च से परीक्षा

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। शिक्षा मंडल द्वारा प्रदेश के 6787 स्कूल मान्यता प्राप्त हैं। कोविड-19 के मद्देनजर इस वर्ष मुख्य परीक्षा-2022 के लिए मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके। इस साल 6787 केंद्रों में परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी, जिसमें लगभग साढ़े छह लाख स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल होंगे। पढ़ाई फिलहाल ऑनलाइन ही चल रही है। 

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने स्पष्ट किया है कि जो विद्यार्थी जिस स्कूल का छात्र है उसे उसी स्कूल में परीक्षा देनी होगी। वहीं स्वाध्यायी के रूप में परीक्षा देने वाले छात्र ने जिस स्कूल से फॉर्म भरा है, उनका सेंटर भी उसी स्कूल में दिया जाएगा। वे स्वाध्यायी छात्र के रूप में उसी स्कूल से परीक्षा में शामिल होंगे। इधर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (CBSE) ने भी 10वीं और 12वीं बोर्ड की टर्म-2 परीक्षाओं की तिथि घोषित की है। ये परीक्षाएं 26 अप्रैल से शुरू होंगी। मंडल ने स्पष्ट किया है, इस बार बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन मोड में ही होगी।

सीजी बोर्ड की 2 मार्च से शुरू हो रहीं परीक्षाएं
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इस बार हायर सेकेंडरी सर्टिफिकेट परीक्षा 2 मार्च से शुरू की जा रही है। वहीं हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा 3 मार्च से शुरू होगी। कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 2 मार्च से शुरू होकर 30 मार्च तक चलेंगी। वहीं कक्षा दसवीं की परीक्षाएं 3 मार्च से 23 मार्च तक आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा शारीरिक प्रशिक्षण पत्रोपाधि परीक्षा प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं 3 मार्च से 11 मार्च तक आयोजित की जाएगी।

कोरोना की वजह से पिछले साल नहीं हुई परीक्षा
छत्तीसगढ़ में कोरोना की वजह से साल 2020-2021 की बोर्ड परीक्षा नहीं हो पायी थी। बोर्ड को 10वीं की परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी। परीक्षार्थियों को उनके असाइनमेंट के आधार पर नंबर दिए गए। वहीं 12वीं की परीक्षा पहले स्थगित की गई, बाद में इसका तरीका बदल दिया गया। परीक्षार्थियों को केंद्रों से प्रश्नपत्र मिले, जिसका उत्तर परीक्षार्थियों ने घर से लिखकर जमा किया था। इसका छात्र संगठनों ने विरोध भी किया था। 

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