RAIPUR | नए साल पर इन जगहों पर मनाएंगे लोग मनाएंगे जश्न, आप कहां जाने की तैयारी कर रहे हैं?

रायपुर: राजधानी में नया साल 2022 का स्वागत करने की तैयारियां जहां बड़े-बड़े होटलों में जोरशोर से की जा रही है, वहीं शहर के 10 खूबसूरत पिकनिक स्थलों में भी हजारों की संख्या में बच्चे अपने माता-पिता के साथ पहुंचेंगे। पिछले दो-तीन सालों में शहर के मनोरम स्थलों की प्रसिद्धि काफी फैल चुकी है, बच्चे शहर के भीतर ही पिकनिक मनाने के इच्छुक हैं, ताकि शाम को वापस घर लौट सकें। दूसरी ओर नवविवाहित जोड़े और युवा जहां शहर से बाहर चित्रकोट, बारनवापारा, बस्तर, आदि जगहों पर जा रहे हैं।

ये हैं प्रमुख पर्यटन स्थल

सौर ऊर्जा पार्क
जयस्तंभ चौक से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर सौर ऊर्जा पार्क में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, मिनी ट्रेन, झील में बोट, नाव का मजा लिया जा सकता है।

पुरखौती मुक्तांगन
कालीबाड़ी चौक से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पुरखौती मुक्तांगन में छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों की संस्कृति, रहन-सहन, वस्त्र आदि को प्रदर्शित करती मूर्तियां, झोपड़ी, झील, कृत्रिम पहाड़, सुंदर बाग-बगीचा, बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले आदि व्यवस्था है।

जंगल सफारी
राजधानी से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नवा रायपुर में जंगल सफारी आकर्षण का केंद्र है। यहां वाहन में बैठकर जंगल घूमने और जंगली जानवरों को करीब से देखने का आनंद लिया जा सकता है। साथ ही विशाल झील में मोटरबोट, नाव में घूमने का बच्चे मजा ले सकते हैं।

बूढ़ातालाब, विवेकानंद सरोवर
शहर के ह्दय स्थल में ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब जिसका नाम अब विवेकानंद सरोवर हो चुका है। यहां सरोवर के बीच बने सुंदर गार्डन में बच्चे झूला झूल सकते हैं। स्वामी विवेकानंद की भव्य प्रतिमा के समक्ष सेल्फी खींच सकते हैं। तालाब के किनारे बने मनमोहक गार्डन में भी बच्चों के लिए अनेक झूले हैं। साथ ही तालाब में बोट, नाव में बैठकर मनोरम नजारा देखा जा सकता है।

लक्ष्मण झूला
बूढ़ातालाब से मात्र 5-6 किलोमीटर की दूरी पर खारुन नदी के उपर बने लक्ष्मण झूला से नदी का नजारा लिया जा सकता है। नदी के उस पार सुंदर उद्यान में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूलों की व्यवस्था है। साथ ही खारुन नदी में नाव में बैठकर घूमने का आनंद लिया जा सकता है। माता-पिता नदी किनारे बने हटकेश्वर महादेव का दर्शन लाभ लेकर नए साल की मन्नात मांग सकते हैं।

मरीन ड्राइव
जयस्तंभ चौक से मात्र तीन-चार किलोमीटर दूर तेलीबांधा तालाब जिसे अब मरीन ड्राइव के नाम से जाना जाता है। यहां तालाब के किनारे चौपाटी घूमने और तालाब के बीच गार्डन में प्रकृति का मनोरम नजारा देखा जा सकता है।

एमजी रोड चौपाटी
जयस्तंभ चौक से लगे एमजी रोड पर चौपाटी में खानपान के 100 से अधिक स्टाल में विविध तरह के व्यंजन, चाट, पकौड़ा, पावभाजी का आनंद लिया जा सकता है। यहां देर रात तक परिवार समेत नए साल का जश्न मनाया जा सकता है।

चंद्रखुरी माता कौशल्या मंदिर
शहर से मात्र 25 किलोमीटर दूर पांच तालाब के बीच स्थित माता कौशल्या मंदिर को इस साल भव्य रूप दिया गया है। मंदिर परिसर के आसपास सुंदर उद्यान में परिवार सहित पिकनिक मनाई जा सकती है। यहां 51 फीट ऊंची भगवान श्रीराम की प्रतिमा और माता कौशल्या का दर्शन लाभ भी श्रद्धालु लेंगे।

श्रीराम मंदिर
वीआइपी रोड स्थित भव्य श्रीराम मंदिर में भगवान श्रीराम-माता जानकी का दर्शन करके परिसर में ही स्थित नक्षत्र वाटिका घूमने, खेलने और मंदिर के बाहर विविध व्यंजनों का स्वाद लिया जा सकता है।

अनुपम उद्यान, गांधी उद्यान
मुख्यमंत्री निवास के समीप स्थित गांधी उद्यान, कलेक्टर ऑफिस उद्यान, नगर निगम भवन के सामने उद्यान और राजकुमार कालेज के समीप अनुपम उद्यान में भी झूला झूलने और गीत-संगीत सुनने का आनंद लिया जा सकता है।

गंगरेल बांध, धमतरी, राजधानी से मात्र 75 किलोमीटर की दूरी पर धमतरी शहर में गंगरेल बांध घूमने और बोट में बैठकर विशाल नदी का आनंद ले सकते हैं। करीब ही रूद्री गांव में रुद्रेश्वर महादेव का दर्शन करके महानदी का मनोरम नजारा देखा जा सकता है। यहां पर्यटन मंडल ने रिसार्ट और होटल, मोटल की व्यवस्था की है।

सिरपुर
शहर से 100 किलोमीटर दूर महासमुंद के समीप सिरपुर में खुदाई में निकले लक्ष्मण मंदिर, बौद्ध स्थल, महानदी घूमने का आनंद ले सकते हैं। महानदी तट पर शिव मंदिर के चारों ओर की हरियाली पूरे परिवार को सुकुन देने वाली है। सिरपुर का लक्ष्मण मंदिर, बौद्ध मठ, झरना देखने लायक है।

जतमई-घटारानी
शहर से 60-70 किलोमीटर दूर गरियाबंद जिले में जतमई, घटारानी स्थित झरना में स्नान करने और जतमई माता मंदिर घूमने का आनंद युवा ले सकते हैं। शहर से 100 किलोमीटर दूर कबीरधाम जिले में भोरमदेव का मंदिर शानदार पर्यटन स्थल है। इसे छत्तीसगढ़ का खजुराहो भी कहा जाता है। यहां मंडवा महल, छेरकी महल घूमने का आनंद ले सकते हैं।

छत्तीसगढ़ के प्रमुख स्थल
छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन केंद्रों में आसना, चित्रकोट जगदलपुर, अंबिकापुर, रायग?ढ, धमतरी, आमाडोब बिलासपुर, बारनवापारा, चित्रकोट, मैनपाट, सिरपुर, भोरमदेव, चंपारण, कोंडातराई आदि स्थलों के काटेज की बुकिंग हो चुकी है।

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