कोरबा: कोरबा पुलिस ने 12 घंटे के भीतर अपहृत नर्स को अपहरणकर्ताओं से बरामद कर लिया है। कल देर शाम जैसे ही नाईट शिफ्ट में ड्यूटी करने जा रही नर्स के अपहरण की खबर आई, प्रदेश में हड़कंप मच गया।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देश पर पुलिस फौरन हरकत में आकर नाकेबंदी शुरू कर दी। पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी भी रात में ही कोरबा पहुंच गए।
बताते हैं, नर्स के मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने अब से कुछ देर पहले बरामद कर लिया है।
बताते हैं, पुलिस की नाकेबंदी के कारण अपहरणकर्ताओं ने रात तीन बजे नर्स को रिहा कर दिया था। उसके बाद वो घर गई। फिर बच्चों के साथ सुबह कोरबा आ गई।
आज सुबह कुसमुंडा टीआई की टीम नर्स के घर गई घर मे ताला लगा था। उसकी बेटी को फोन किया गया तो उसने मां को फोन पकड़ा दी। इस पर पुलिस हतप्रभ रह गई। इस बीच नर्स का मोबाइल बंद हो गया। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने एसपी ऑफिस के कैम्पस के पास से महिला को बरामद कर लिया। उससे मानिकपुर थाने में पूछताछ की जा रही है।
नर्स ने पुलिस को बताया कि अपहरणकर्ताओं ने 2 करोड़ की मांग की थी। पर पुलिस का शिकंजा कसता देख वे मेरी आँख पर काली पट्टी बांध मेरे घर के पास छोड़ भाग गए। मैं चुकी डर गई थी इसलिए बेटियों को लेकर एसपी ऑफिस के कैम्पस के पास आ गई। हालांकि, पुलिस को कुछ संदेह है और वह तह में जाने की कोशिश कर रही है।