नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) भारत और एशिया के सबसे अमीर शख्स हैं। पूरी दुनिया की बात करें तो मुकेश अंबानी 12वें सबसे अमीर इन्सान हैं। ब्लूमबर्ग बिलियेनियर इंडेक्स के मुताबिक, इस वक्त मुकेश अंबानी की दौलत 87.1 अरब डॉलर है। पिछले एक साल में उनकी दौलत 10.4 अरब डॉलर बढ़ी है। अंबानी को साल 2021 में और कामयाब बनाने में कुछ किताबों का भी योगदान है। ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी ने जब रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुकेश अंबानी से पूछा कि किन किताबों ने उन्हें 2021 की समझ बनाने में मदद की और उन्हें 2022 के लिए तैयार कर रही हैं तो उन्होंने 5 किताबों का जिक्र किया। आइए जानते हैं कौन सी हैं ये 5 किताबें…
’टेन लेसन्स फॉर ए पोस्ट पैनडेमिक वर्ल्ड’
इस किताब के लेखक फरीद जाकरिया हैं। मुकेश अंबानी का कहना है कि किताब में फरीद कोविड-19 महामारी और हाल के दिनों की कुछ सबसे विनाशकारी घटनाओं के बीच कुछ समान समानताएं दर्शाते हैं, यह दिखाने के लिए कि वैश्विक संकट अक्सर अस्थिर जीवनशैली प्रथाओं और कमजोर शासन संरचनाओं से उत्पन्न होते हैं। आप महसूस करते हैं कि इन मुद्दों को तत्काल हल करने की जरूरत है जो केवल कुशल नेतृत्व, जीवन शैली परिवर्तन और प्रभावी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से ही किया जा सकता है। किताब का एक कोट जो अंबानी के जेहन में बस गया है, वह है “प्रकोप अपरिहार्य हैं, लेकिन महामारी वैकल्पिक हैं।”
प्रिंसिपल्स फॉर डीलिंग विद द चेंजिंग वर्ल्ड ऑर्डर: व्हाई नेशंस सक्सीड एंड फेल
यह किताब रे डेलियो ने लिखी है। अंबानी के मुताबिक, यह एक दिलचस्प किताब है जो उस डायनैमिक्स को स्पष्ट करती है, जिसने 500 से अधिक वर्षों के इतिहास में प्रमुख देशों की सफलताओं और विफलताओं को लगातार निर्धारित किया है। यह आपको यह पता लगाने में मदद करता है कि आने वाला समय, उस वक्त से मौलिक रूप से अलग क्यों होगा जो हम अभी अनुभव कर रहे हैं। यह किताब नीति निर्माताओं, उद्यमियों, अधिकारियों और सबसे महत्वपूर्ण युवाओं द्वारा जरूर पढ़ी जाने वाली किताब है।
द रेजिंग 2020: कंपनीज, कंट्रीज, पीपुल एंड द फाइट फॉर अवर फ्यूचर
यह किताब एलेक रॉस ने लिखी है। किताब इस बात की गहराई से जांच करती है कि कई दशकों तक आधुनिक सभ्यता को कायम रखने वाला सामाजिक अनुबंध यानी सरकारों, व्यवसायों और लोगों के बीच अनकहा समझौता, कैसे डिजिटल युग में एक मौलिक बदलाव के दौर से गुजर रहा है। अंबानी के अनुसार, इस किताब में हमारे समय के कुछ महान विचारकों के साथ राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र की बड़ी हस्तियों के साक्षात्कार हैं, जिन्होंने इस बदलाव में योगदान दिया है। उन्होंने इस बात पर भी अपने विचार रखे हैं कि आगे हमारी सभ्यता के लिए क्या है।
2030: हाउ टूडेज बिगेस्ट ट्रेंड्स विल कोलाइड एंड रिशेप द फ्यूचर ऑफ एवरीथिंग
इस किताब के लेखक मौरो गुइलेन हैं। किताब 2030 में दुनिया की स्थिति के बारे में व्यावहारिक अनुमानों से भरी है, विशेष रूप से जनसांख्यिकी में संभावित परिवर्तनों और वैश्विक आर्थिक संभावनाओं पर इसके प्रभाव के बारे में। यह शहरीकरण, प्रौद्योगिकी, गिग इकनॉमी और ऑटोमेशन के रुझानों की भी पड़ताल करती है, जो कोविड के बाद की दुनिया को आकार देने के लिए बाध्य हैं।
बिग लिटिल ब्रेकथ्रेाज: हाउ स्मॉल, एवरीडे, इनोवेशंस ड्राइव ओवरसाइज्ड रिजल्ट्स
यह किताब जोश लिंकर ने लिखी है। यह उद्यमियों के लिए जरूरी है। अंबानी के मुताबिक, आप महसूस करेंगे कि छोटे रचनात्मक कार्य, व्यवसाय में बड़े पैमाने पर रिवार्ड प्रदान करते हैं। और दैनिक माइक्रो इनोवेशंस के जरिए व्यक्ति और संगठन कठिन चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपट सकते हैं। साथ ही कोविड के बाद की दुनिया में परिवर्तनकारी अवसरों को पकड़ सकते हैं।