भिलाई: सहेली ज्वेलर्स में छापा मारने पहुंची डीआई टीम पर शोरूम के कर्मचारियों से मारपीट का आरोप लगाया गया है। जिसकेबाद दुकान संचालकों ने टीम के साथ धक्का-मुक्की की। यही नहीं टीम को बंधक बनाने की कोशिश भी की गयी।
आपको बता दें कि डीआरआई की 60 सदस्यीय टीम ने गुरुवार सुबह सहेली ज्वेलर्स के 5 ठिकानों पर छापा मारा था। इनमें दुर्ग और भिलाई में दुकान, मकान और कारखाने में एक साथ कार्रवाई शुरू की गई। टीम के सदस्यों ने सहेली ज्वेलर्स के संचालक सुनील जैन और राजेंद्र जैन के परिवार को नजरबंद कर दिया, उनसे उनके मोबाइल फोन ले लिए गए और घर के अंदर से किसी को भी बाहर नहीं जाने दिया गया। इसके साथ टीम के सभी सदस्यों ने वहां दस्तावेज खंगाले और कई अहम दस्तावेज जब्त किए।
सूत्र बताते हैं कि इस दौरान टीम ने यहां से बड़ी मात्रा में सोना और चांदी सहित उनसे बने आभूषण बरामद किए। जब अधिकारियों ने इनके दस्तावेज मांगे तो ज्वेलर्स संचालक प्रस्तुत नहीं कर पाए। इसके बाद टीम ने वहां से 5 बैग में हार्ड डिस्क, सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य दस्तावेज और सोना चांदी जब्त कर लिया। देर रात करीब 1 बजे जब टीम जाने लगी तो ज्वेलर्स संचालकों ने उन्हें घेर लिया और बाहर नहीं जाने दिया। इस दौरान उनके बीच काफी बहस और झूमाझटकी भी हुई। मामला बढ़ते देख अधिकारियों ने दुर्ग पुलिस की मदद ली और किसी तरह वहां से निकले।
डीआरआई की टीम के साथ देर रात मारपीट और धक्कामुक्की की भी खबर मिलने पर दुर्ग सीएसपी जितेंद्र यादव और कोतवाली टीआई पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे. उस दौरान वहां पर काफी हंगामा हो रहा था। ज्वेलर्स संचालक ने आरोप लगाया कि बिल देने के बाद भी अधिकारियों ने उनके कर्मचारी के साथ गाली-गलौज और मारपीट की है। एसएसपी बीएन मीणा का कहना है कि मारपीट की कोई शिकायत नहीं मिली है, धक्का-मुक्की की खबर मिली थी। जब डीआरआई के अधिकारी कोई शिकायत दर्ज कराएंगे तो पुलिस उस पर कार्रवाई करेगी।