AMBIKAPUR | प्रेमिका ने बनाया शादी का दबाव, युवक ने कर दी हत्या, चेहरा को जलाकर पहचान छुपाने की कोशिश, पुलिस ऐसे पहुंची कातिल तक

अंबिकापुर: जिले के दरिमा थाना क्षेत्र में महिला की हत्या के मामले का खुलासा हो गया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में प्रेमी को गिरफ्तार किया। दरअसल मृतका और आरोपी एक साथ बाइक एजेंसी में काम करते थे। लेकिन शादी की जिद पर आरोपी प्रेमी ने हत्या की वारदात को अंजाम दे डाला।

गौरतलब है कि 2 नवंबर को महिला का अधजला शव रकेली गांव के जंगल में मिला था। पुलिस को महिला की पहचान करने के लिए जमकर पसीना बहाना पड़ा था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।

सरगुजा पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने आज प्रेस कांफ्रेस के दौरान जिले में हत्या की एक ऐसी वारदात का खुलासा किया जिसमें मृतका की पहचान पुलिस के लिए पहली चुनौती थी। 2 नवंबर को दरिमा पुलिस को सूचना मिली कि जिले के मैनपाट जाने वाले रास्ते में पहाड़ी के पास बसे रकेली गांव के जंगल में अधजली महिला का शव पड़ा है। जिसके बाद पुलिस ने महिला के शव का पोस्टमार्टम कर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया था।

हत्या के बाद पहचान छुपाने के लिए चेहरा जलने से हत्यारे तक पहुंचना पुलिस के लिए चुनौती थी। सबसे बड़ी चुनौती महिला की पहचान करना था। दरिमा पुलिस ने शव की पहचान के लिए जिले के साथ पड़ोसी जिलों में दर्ज गुमशुदगी के मामले की पड़ताल की। लापता लोगों के परिजनों को मौके से मिले कपड़े और अन्य सामग्री दिखाकर पहचान करने की कोशिश जारी रखी। इस बीच राजपुर थाना क्षेत्र की एक गुमशुदा महिला के परिजनों ने पुलिस की मुश्किलों को आसान कर दिया।

पुलिस के मुताबिक अधजली महिला की पहचान के लिए जब पड़ोसी जिले बलरामपुर के राजपुर थाना में दर्ज गुमशुदा महिला के परिजनों ने अज्ञात मृतका के कपड़े और चप्पल देखी तो उन्होंने उसकी पहचान बेटी दीक्षा सिंह के रूप में की। इधर पहचान होने के बाद पुलिस की आधी परेशानी दूर हो चुकी थी। लिहाजा अब पुलिस के सामने हत्या के आरोपी तक पहुंचना था। मामले की जांच करते हुए पुलिस को आखिरकार सफलता मिल ही गई। पुलिस ने बताया कि दीक्षा सिंह शादी शुदा महिला थी। लेकिन पिछले कुछ महीनों से पति से अलग मायके राजपुर में रहती थी और राजपुर के ही किसी बाइक एजेंसी में काम करने लगी।

काम के दौरान ही उसकी पहचान एजेंसी के कर्मचारी 25 वर्षीय अशोक कौशिक से हो गई। जान पहचान के बाद दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। दोनों के बीच प्रेम इतना गहरा हो गया कि दीक्षा ने अशोक से शादी का प्रस्ताव रखा लेकिन अशोक उससे दूर जाना चाहता था। इस बीच दीक्षा 25 अक्टूबर को अपने मायके से निकल कर अशोक कौशिक के घर जाने को निकली और जब अशोक को फोन लगाकर उसके घर पहुंचने की बात कही तो अशोक ने उसे कुछ दूर चरगढ तक बस में बुला लिया।

फिर बस से उतारकर अशोक उसको मैनपाट जाने वाले रास्ते में रकेली जंगल के पास पहुंचा और जंगल में ले जाकर पहले उसने दीक्षा की गला दबाकर हत्या की। बाद में उसकी पहचान छिपाने के लिए चेहरे पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गया। फिलहाल आरोपी को दरिमा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसने अपने जुर्म को कबूल भी लिया है। ऐसे मे पुलिस ने अशोक कौशिक के खिलाफ नामजद्द मामला दर्ज कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।

पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले ने कहा कि महिला की पहचान करना सबसे बडी चुनौती थी। जिसके लिए पुलिस टीम ने 50 से अधिक गुमशुदा इंसानों की तहकीकात की। इसके अलावा सैंकड़ों सीसीटीवी फुटेज देखने के साथ ही करीब 700 घंटे का फुटेज खंगाला। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतका दीक्षा अशोक से शादी करना चाहती थी। लेकिन आरोपी तैयार नहीं था। हत्या प्रेम संबध की वजह से हुई है और आरोपी ने पहचान छिपाने के लिए चेहरे पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी थी।

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