BIRTHDAY SPL | टीवी से शुरू किया था सफर, अब बॉलीवुड के कहे जाते हैं ‘बादशाह’, जानिए शाहरूख की जिंदगी के अनछुए पहलू

मुंबई: सपनों को देखने और फिर उन्हें पूरा करने की मिसाल कहलाते हैं शाहरुख खान। दिल्ली से जब वह मुंबई पहुंचे तब ही उन्होंने सोच लिया था कि एक दिन वह इस इंडस्ट्री पर राज करेंगे और आज की तारीख में वह देश के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं। शाहरुख खान का बॉलीवुड से कोई नाता नहीं था और यहां पहुंचकर उन्होंने अपने बलबूते जगह बनाई। करोड़ों दिलों पर राज करने वाले शाहरुख 2 नवंबर को अपना जन्मदिन मना रहे हैं तो चलिए एक नजर डालते हैं उनके अब तक के सफर पर।

स्पोर्ट्स में बनाना चाहते थे करियर

56 वर्षीय शाहरुख दिल्ली में पैदा हुए। अपनी जिंदगी के शुरुआती पांच साल वह मैंगलोर में रहे जहां उनके नाना रहते थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली के सेंट कोलंबिया स्कूल से की। स्कूल के दिनों से उन्हें खेलों में काफी रुचि थी और वह हॉकी और फुटबॉल खेला करते थे। उन दिनों शाहरुख स्पोर्ट्स में ही करियर बनाने के बारे में सोचा करते थे हालांकि कंधे में चोट की वजह से वह खेलों से दूर हो गए। 

पढ़ाई बीच में छोड़ पहुंचे मुंबई

शाहरुख ने दिल्ली के हंसराज कॉलेज में एडमिशन लिया और इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री ली। इसी दौरान वह दिल्ली में थियेटर ग्रुप से जुड़ गए और स्टेज प्ले करने लगे। मास्टर्स की पढ़ाई के लिए अभिनेता ने जामिया मिलिया इस्लामिया में मास कम्युनिकेशन में एडमिशन लिया लेकिन पढ़ाई बीच मे छोड़कर वह एक्टिंग में करियर बनाने निकल पड़े। 

फिल्में नहीं देख पाए पैरेंट्स

1981 में शाहरुख खान के पिता का कैंसर से निधन हो गया। उसके 10 साल बाद उनकी मां गुजर गईं। शाहरुख को आज भी इस बात का दुख है कि उनके माता-पिता उनकी फिल्में नहीं देख पाए। पैरेंट्स के निधन के बाद उनकी बड़ी बहन शहनाज लालारुख डिप्रेशन का शिकार हो गईं। तब से शाहरुख ही अपनी बहन की देखभाल कर रहे हैं। उनकी बहन उनके साथ ही रहती हैं। 

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टीवी सीरियल

शाहरुख का पहला टीवी सीरियल लेख टंडन का ‘दिल दरिया’ था हालांकि प्रोडक्शन की वजह से इसमें देरी हो गई। इस तरह उनका पहला सीरियल 1989 में प्रसारित ‘फौजी’ था। इसमें वह आर्मी के जवान बने थे। इसके बाद शाहरुख का एक और सीरियल ‘सर्कस’ आया लेकिन जल्द ही उन्होंने फैसला कर लिया कि उन्हें टीवी की दुनिया से आगे जाना है। मां के निधन के बाद वह दिल्ली से मुंबई शिफ्ट हो गए। उन्हें पहला ऑफर हेमा मालिनी की फिल्म ‘दिल आशना है’ का मिला। इसका निर्देशन हेमा मालिनी ने किया था। हालांकि यह फिल्म देर से रिलीज हुई।

डेब्यू फिल्म

1992 में शाहरुख खान ने ‘दीवाना’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। फिल्म में उनके साथ दिव्या भारती थीं। शाहरुख सेकेंड लीड में थे। इसके बाद उनकी ‘चमत्कार’, ‘दिल आशना है’, ‘राजू बन गया जेंटलमैन’ जैसी फिल्में रिलीज हुईं। 1993 में शाहरुख खान की दो बड़ी हिट फिल्में ‘बाजीगर’ और ‘डर’ आई। दोनों ही फिल्मों में वह निगेटिव किरदार में थे इसके बावजूद वह अपने अभिनय से छा गए। इसके बाद शाहरुख ने जो रफ्तार पकड़ी वह आज तक जारी है। 

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