धमतरी: पूरे देश में दीपावली त्योहार को लेकर उत्साह का मौहाल है। तय तिथि 2 से 5 नवंबर तक दीपोत्सव मनाने की तैयारियां कई जगहों पर चल रही हैं। कोई खरीदारी की योजना बना रहे है तो कुछ लोगों ने खरीदी शुरू भी कर दी है। व्यापारी भी अच्छी ग्राहकी की उम्मीद संजोए बैठे हैं। हर कोई इस दिवाली को खास अंदाज में मनाना चाहता है, लेकिन छत्तीसगढ़ के एक गांव में शनिवार को दीपावली का उल्लास देखने को मिला। यहां लक्ष्मी पूजा के बाद पटाखे फोड़े गए और दिवाली की खुशियां बांटी गई। रविवार को गांव में गोवर्धन पूजा की तैयारी है।
12 सौ की आबादी वाले धमतरी जिले के सेमरा सी गांव की पूरे प्रदेश में अलग पहचान है। यहां हर त्योहार एक सप्ताह पहले ही मना लिया जाता है। गांव के गिरधर लाल देवांगन, घनाराम सिन्हा ने बताया कि हम सभी गांव वाले परंपरा के अनुसार हर साल निर्धारित तिथि से एक सप्ताह पहले ही दीपावली मना लेते थे, लेकिन इस बार पांच दिन पहले तिथि में मतभेद होने की वजह से 30 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजा व 31 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा करने का हम सभी ग्रामवासियों ने निर्णय लिया है। बुधवार को गौरा-गौरी जगाने के साथ दीपोत्सव की शुरुआत हुई है।
नेमीचंद सिन्हा ने बताया कि इस गांव में सैकड़ों साल पहले एक बुजुर्ग आया था, जो यहीं बस गया। उनका नाम सिरदार था। उनके कहने पर ही प्रमुख त्योहारों को तय तिथि से एक सप्ताह पहले मनाने की शुरुआत की गई है। गांव में सिरदार की ग्राम देवता के रूप में पूजा की जाती है।
वर्षों से चली आ रही परंपरा
कामता राम निषाद ने बताया कि बचपन से पूर्वजों से सुनते आ रहे हैं कि ग्राम देवता ने गांव के मुखिया, बैगा को सपने में आकर कहा था कि गांव में त्योहार सात दिन पहले ही मनाया जाए, वरना विपदा आ सकती है। इसके बाद से यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। त्योहार में दूसरे गांव के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।