बलौदाबाजार: अक्सर शासकीय स्कूलों की हालत हमें दयनीय ही मिलती है। न बिल्डिंग होती न, न बच्चे होते हैं और कहीं-कहीं तो टीचर ही नहीं होते। लेकिन, एक ऐसा है जो ये तस्वीर बदलना चाहता है। इन टीचर का नाम है विनोद कुमार डडसेना। ये बलौदाबाजार जिले के दूरस्थ बिलाईगढ़ विकासखंड के ग्राम कारीपाट प्राथमिक शाला में पढ़ाते हैं। इन दिनों ये पढ़ाने के साथ-साथ दीवारों पर पेंटिंग भी कर रहे हैं, ताकि स्कूल आकर्षक दिखाई दे।
विनोद कुमार डडसेना दीवारों पर पेटिंग बनाने के अलावा पहाड़े और शब्द भी उकेर रहे हैं, ताकि बच्चों की आते-जाते भी नजर पड़े तो इन्हीं पर पड़े। इससे उनका मानसिक विकास होगा। बता दें, कारीपाट गांव की इस प्राथमिक शाला में कक्षा 1-5 तक के मात्र 20 बच्चे पढ़ते हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए दो टीचर नियुक्त किए हैं। ये टीचर उन्हें सभी विषयों के साथ-साथ अंग्रेजी भी पढ़ाते हैं। यहां बच्चों को विशेष तरीके से पढ़ाया जाता है, ताकि बच्चो में पढ़ने की ललक बढ़े।
गौरतलब है कि स्कूल में होने वाले सभी खर्च शिक्षक विनोद कुमार डडसेना करते हैं। उनकी इस पहल का असर सीधा बच्चों पर पड़ा। दो सआल पहले तक स्कूल मे कक्षा एक से पांच तक केवल तीन बच्चे थे, अब यह संख्या 20 पहुंच गई है। जिला शिक्षा अधिकारी सीएस ध्रुव का कहना है कि विनोद कुमार डडसेना जैसे शिक्षक कम ही होते हैं। सभी शिक्षकों को उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है।