LPG PRICE HIKE | आम आदमी पर फिर बढ़ा बोझ, गैस सिलेंडर के दाम फिर बढ़े, जानिए अब कितनी कीमत चुकानी होगी

नई दिल्ली: तेल कंपनियां हर महीने एलपीजी सिलिंडर के दामों की समीक्षा करती हैं। हर राज्य में टैक्स अलग-अलग होता है और इसके हिसाब से एलपीजी के दामों में अंतर होता है। देश की ऑइल मार्केटिंग कंपनियों ने 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी रसोई गैस सिलिंडर की कीमतों में 15 रुपये का इजाफा कर दिया है। वहीं 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस सिलिंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ।

दो महीनों से कम समय में चौथी हुआ महंगा
यह दो महीनों से कम समय में लगातार चौथी वृद्धि है। गैर सब्सिडी वाला सिलिंडर एक सितंबर को 25 रुपये महंगा हुआ था। सब्सिडी वाले एलपीजी की कीमत में नवीनतम वृद्धि से एक जनवरी से अब तक प्रति सिलिंडर 205 रुपये महंगा हो गया है।

इतना हुआ 14.2 किलो वाले सिलिंडर का दाम
दिल्ली और मुंबई में 14.2 किलोग्राम वाला गैर-सब्सिडी एलपीजी सिलिंडर 884.5 रुपये से बढ़कर 899.50 रुपये का हो गया है। पटना में अब एलपीजी सिलिंडर के लिए 1000 में से केवल दो रुपये कम चुकाने पड़ेंगे। कोलकाता में 926 रुपये और चेन्नई में 14.2 किलो वाला एलपीजी सिलिंडर 915.50 रुपये में मिलेगा।  

एक अक्तूबर को बढ़े थे 19 किलो वाले कामर्शियल के दाम
इससे पहले एक अक्तूबर को दिल्ली में 19 किलो वाले कामर्शियल LPG सिलिंडर की कीमत 1693 रुपये से बढ़कर 1736.50 रुपये हो गई थी। कोलकाता में इसका दाम 1805.5 रुपये, मुंबई में 1685 रुपये और चेन्नई में 1867.5 रुपये का हो गया था। मालूम हो कि उससे पहले सितंबर में यह 75 रुपये महंगा हुआ था।

सरकार देती है गैस सिलिंडर पर सब्सिडी
मौजूदा समय में सरकार कुछ ग्राहकों को एक वर्ष में 14.2 किलोग्राम के 12 सिलिंडरों पर सब्सिडी प्रदान करती है। अगर ग्राहक इससे ज्यादा सिलिंडर लेना चाहते है, तो वे उन्हें बाजार मूल्य पर खरीदते हैं। गैस सिलिंडर की कीमत हर महीने बदलती है। इसकी कीमत औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारक निर्धारित करते हैं।

ऐसे बुक करें एलपीजी सिलिंडर
इंडेन का एलपीजी सिलिंडर बुक करने के लिए 8454955555 नंबर पर मिस्ड कॉल करें। इसके अतिरिक्त आप व्हाट्सएप के जरिए भी सिलिंडर बुक कर सकते हैं। रीफिल टाइप कर आप 7588888824 नंबर पर मैसेज कर दें, आपका सिलिंडर बुक हो जाएगा। गैस सिलिंडर की कीमत हर महीने बदलती है। इसकी कीमत औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारक निर्धारित करते हैं।

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