मुंबई: बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव आज इंडस्ट्री का जाना-माना नाम हैं। एक्टर की हर फिल्म परदे पर कमाल कर जाती है और उनकी एक्टिंग ने तो हर बार लोगों को अपना दीवाना बनाया है। लेकिन एक आम लड़के से एक्टर बनने का सफर आसान नहीं था। राजकुमार के स्ट्रगल के दिनों की कहानी जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
राजकुमार राव आज 37 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 31 अगस्त 1984 को गुड़गांव के अहीरवाल में हुआ था। दिल्ली विश्वविद्यालय के आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज से ग्रेजुएशन और भारतीय फिल्म और टेलिविजन संस्थान से पढ़ाई करने के बाद राजकुमार फिल्म इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमाने के लिए मुंबई पहुंचे थे। यहां उनको बड़ी मुश्किलों को सामना करना पड़ा था।
राजकुमार राव को सफलता इतनी आसानी से नहीं मिली। उन्होंने अपने कई इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना कर पड़ा। तब जेब में पैसे भी नहीं हुआ करते थे। एक इंटरव्यू में राजकुमार ने कहा था मैं अपने हिस्से से सात हजार रुपये देता था जो मेरे लिए बहुत ज्यादा था। हर महीने 15-20 हजार रुपये की जरूरत होती थी। एक बार मेरे खाते में सिर्फ 18 रुपये थे और मेरे दोस्त के पास 23 रुपये था।
राजकुमार राव ने बताया था कि पैसों की तंगी के चलते उनके टीचर्स ने दो साल तक उनकी फीस भरी थी। मुंबई में वो अपने दोस्त की बाइक से ऑडिशन देने जाया करते थे। वो नहीं जानते थे कि अच्छा दिखने के लिए क्या पहनना होता है। इन सब बातों की परवाह किए बिना राजकुमार चेहरे पर गुलाब जल लगा लेते थे और सोचते थे कि इससे वो अच्छे दिखने लगेंगे।
राजकुमार राव ने साल 2017 में एक इंटरव्यू दिया था। इस दौरान ऐक्टर ने खुलासा किया कि कैसे एक डायरेक्टर ने उन्हें फेयर न होने और पर्याप्त मसल्स न होने के चलते रिजेक्ट कर दिया था। उन्होंने कहा, जब मैं 7 साल पहले मुंबई में काम की तलाश में आया था तब आज की तरह नहीं दिखता था। मैंने एक डायरेक्टर को ऑडिशन दिया, जो अपनी पहली फिल्म बना रहा था। डायरेक्टर ने मेरे टेस्ट को पसंद किया और मुझसे कहा कि ऐक्टिंग ठीक है लेकिन मैं आपको लीड रोल नहीं दे सकता क्योंकि इसके लिए फेयर और अच्छी मसल्स होनी चाहिए। लेकिन क्या आप मेरी फिल्म में एक छोटा किरदार निभाना चाहते हैं? मैंने उनकी फिल्म इसलिए नहीं की क्योंकि मैं उनकी फिल्ममेकिंग की थिअरी से सहमत नहीं था।
राजकुमार राव को बॉलीवुड में पहला ब्रेक फिल्म रण, लव सेक्स और धोखा और रागिनी एमएमएस जैसी फिल्मों से मिला लेकिन उन्हें पहचान फिल्म काई पो छे से मिली। फिल्मी करियर के शुरुआत में जब राजकुमार को सफलता नहीं मिली, तो उन्होंने अपनी मां के कहने पर अपने नाम की स्पेलिंग बदल दी।
राजकुमार को अपना हर रोल शिद्दत से करने की आदत है। शाहिद में उन्होंने वकील शाहिद आजमी का किरदार ऐसा निभाया कि उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। न्यूटन में वो चुनाव अधिकारी बने तो बरेली की बर्फी में प्रीतम विद्रोही। राजकुमार का हर किरदार एक दूसरे से जुदा रहा। यही वजह है कि आज उनका एक अलग दर्शक वर्ग और इसमें वो सुपरहिट हैं।