नई दिल्ली: ब्रिटेन में एक शख्स के प्राइवेट पार्ट से जुड़ा एक ऐसा केस सामने आया है जिसे लेकर डॉक्टर्स भी हैरान हैं। दरअसल सेक्स के दौरान इस व्यक्ति का प्राइवेट पार्ट तीन सेंटीमीटर फ्रैक्चर हो गया। अब तक सामने आए सभी केसेस में ये फ्रैक्चर हॉरिजॉन्टल तरीके से होता था पर ये पहला ऐसा मामला है जब प्राइवेट पार्ट वर्टिकल तरीके से फ्रैक्चर हुआ है।
गौरतलब है कि पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में कोई हड्डी नहीं होती है लेकिन इनमें क्रैक आने की संभावना रहती है। इस शख्स का केस ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपा है। डॉक्टर्स ने कहा कि इससे पहले जितने भी मामले सामने आए हैं उनमें प्राइवेट पार्ट के फ्रैक्चर हमेशा हॉरिजॉन्टल ही रहे हैं।
लेकिन इस बार जनदपबं ंसइनहपदमं में समस्या देखने को मिली है। ये इरेक्टाइल टिशू के आसपास एक ऐसी प्रोटेक्टिव लेयर होती है जो इस हिस्से में ब्लड पहुंचाने का काम करती है। डॉक्टर्स ने हालांकि इस पर बात नहीं की है कि ये व्यक्ति सेक्स के दौरान किस पोजीशन में था।
इस मामले में यूरोलॉजिस्ट्स का कहना है कि प्राइवेट पार्ट के फ्रैक्चर के 88 फीसदी मामले सेक्स के दौरान होते हैं। प्राइवेट पार्ट के ब्रेक होने के कुछ और भी कारण है जिनमें अत्यधिक मास्टरबेशन और सोने के दौरान एक खास पोजीशन को भी जिम्मेदार माना गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मिडिल ईस्ट देशों में होने वाली प्रैक्टिस तकानदन से भी ये समस्या आ सकती है। डॉक्टर्स का कहना है कि आमतौर पर हॉरिजॉन्टल फ्रैक्चर के केस में क्रैक की आवाज होती है लेकिन इस मरीज के केस में ऐसा नहीं था और फ्रैक्चर के दौरान कोई आवाज नहीं सुनाई दी थी।
डॉक्टर्स ने कहा कि प्राइवेट पार्ट के फ्रैक्चर होने के मामले सबसे ज्यादा उन पुरुषों में आते हैं जो उम्र के चैथे दशक में होते हैं। हालांकि इस इंजरी के बाद 40 साल के इस शख्स के प्राइवेट पार्ट में सूजन आ गई थी। इस इंजरी का 6 महीने इलाज चलने के बाद ये शख्स सेक्शुएल तौर पर भी सामान्य हो चुका है।
साल 1924 से पुरुषों में प्राइवेट पार्ट फ्रैक्चर की समस्या के अब तक 1600 केस रिकॉर्ड किए गए हैं। रिसर्चर्स ने नोट किया कि 50 फीसदी केसों में क्रैक होने की आवाज भी सुनी गई है और पांच में से चार पुरुष इस फ्रैक्चर के बाद अपना इरेक्शन खो देते हैं।
डॉक्टर्स के मुताबिक, फ्रैक्चर के इस तरह के केसेस में अक्सर लोग मानसिक तौर पर भी परेशान हो सकते हैं जिससे उनकी सेक्शुएल लाइफ पर भी असर पड़ सकता है और कई लोगों को इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और पेनफुल सेक्स से भी जूझना पड़ सकता है।