रायपुर:
सोमवार 18 नवंबर को सुबह के छह से साढ़े छह बजे थे। वार्ड-38 तात्यापारा की महिलाएं सार्वजनिक नल से पीने का पानी भर रहीं थी। इस बीच एक महिला की बाल्टी में करीब दो फीट लंबा गुलाबी रंग का सर्प नजर आया। पीने के साफ पानी में सांप देखकर सभी के होश उड़ गए। हनुमान मंदिर के पास तात्यापारा में नल के पानी के साथ सांप निकलने की खबर तेजी से फैली। वार्ड पार्षद प्रफुल्ल विश्वकर्मा भी सूचना पाकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने नगर निगम के नल-जल प्रभारी अधिकारी कमलेश मिथलेश को इसकी जानकारी दी। अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। तब तक सांप को बाल्टी में पानी के साथ ही रखा गया था। नल जल प्रभारी के पहुंचने पर मोहल्लेवासियों ने उन्हें सर्प दिखाया। यह नजारा देखकर अधिकारी की बोलती बंद हो गई। शुद्घ पेयजल नहीं मिलने से आक्रोशित नागरिकों को शांत करने अधिकारी ने बहानेबाजी शुरू की।
देखिये विडियो :-
पाइपलाइन में कहीं पर लिकेज होने और वहीं से सांप के पाइपलाइन में प्रवेश कर जाने की सफाई देने लगे। नागरिकों ने कटाक्ष किया कि जब नल में पानी साफ आ रहा है, तब पाइप लाइन लिकेज होने की बात विश्वसनीय नहीं है। जनाक्रोश के सामने अधिकारी निरूत्तर हो गए। अंततः पानी का सैंपल लेकर और सांप को एक बाटल में बंद करके मौके से रवाना हो गए। शहर के अनेक वार्डों में गंदा पानी सप्लाई होने की भी शिकायतें है।
यहां गौरतलब है कि दो दिन पहले ही केंद्र सरकार ने देश के 21 राज्यों की राजधानी में पीने के पानी की गुणवत्ता पर रैंकिंग जारी की है। इसमें छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को पांचवा स्थान मिला है। अर्थात पीने के पानी की शुद्घता के मामले में रायपुर का पानी पांचवे पायदान पर है।
इधर, नल के पानी में सांप निकलने की घटना से नगर निगम को पानी-पानी होना पड़ रहा है। केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने रैंकिंग जारी किया है। जिसमें देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को अव्वल और नईदिल्ली को आखिरी 21वें रैंक पर दर्शाया गया है। 21 शहरों की इस रैंकिंग में रायपुर को पांचवां स्थान मिला है। इधर, पीने के पानी को लेकर मिल रही शिकायतों ने इस रिपोर्ट पर विश्वास का संकट उत्पन्न कर दिया है।