करीतगांव के इस शिक्षक के क्लास में दूसरे राज्य के भी बच्चे
कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी ली नियमित क्लास
जगदलपुर: कहा जाता है कि शिक्षा की अलख जागने के लिए सुविधाओं की नहीं बल्कि हौसलों की जरूरत होती हैं। इन्हीं हौसलों के चलते बस्तर के करीतगांव में पदस्थ शिक्षक ने कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद पिछले एक साल में 55 हजार से ज्यादा बच्चों को ऑनलाइन क्लास से जोड़कर न केवल शिक्षक की अलख जगा रहे हैं। बल्कि बच्चों को कैरियर काउंसिल के टिप्स भी दे रहे हैं।
बस्तर जिले के बकावंड विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला करीतगांव में बतौर हिंदी के शिक्षक मोहम्मद अकबर खान ने कोरोना संकट काल में अपने ऑनलाइन क्लास से सीजी स्कूल से 55 हजार से ज्यादा बच्चों को जोड़कर एक नजीर पेश की हैं। उन्होंने जुलाई 2020 से जून 2021 तक के ऑनलाइन क्लास में एक भी दिन छुट्टी नहीं कि और निरंतर बच्चों को पढ़ाने में लगे रहे। इतना ही नहीं इस बीच शिक्षक अकबर खान कोरोना की चपेट में भी आ गए। लेकिन बच्चों को पढ़ाने के उनके जज्बे ने उन्हें डिगा न सकी और वे होमाइसोलेशन में रहकर बच्चों को निरंतर पढ़ाते रहे। इतना ही नहीं खान सर के क्लास में बस्तर सहित अम्बिकापुर व अन्य राज्य बिहार के भी बच्चे जुड़े हैं।
उन्हें वे मंच संचालन व अपनी बात रखने के लिए प्रेरित करते हैं। शिक्षक अकबर की क्लास में सिसको विवेक्स में 67 हजार बच्चे पढ़ाई के लिए जुड़े हैं। वही आमाराइट परियोजना व कबाड़ से जुगाड़ पर भी ऑनलाइन क्लास ली। इसके अलावा उन्होंने शिक्षाविदों की विशेष उपस्थिति में ऑनलाइन कैरियर काउंसिलिंग कार्यक्रम आयोजित की। वही बच्चों के लिए एक माह का मोटिवेशन क्लास आयोजित किया। साथ ही मोहल्ला क्लास में तीन गांव के बच्चों की सहायता कर उन्हें लिखने का अभ्यास करा रहे।
इसके अलावा प्रत्येक शनिवार को कैरियर काउंसिलिंग व हर रविवार को ऑनलाइन टेस्ट लिया जाता है। इसमें बच्चों प्रोत्साहन के लिए ऑनलाइन प्रमाण पत्र दिया जाता है। शिक्षक अकबर खान ने बताया कि ऑनलाइन क्लास में कुछ परेशानियां जरूर पेश आती है। लेकिन इसके बावजूद वे नियमित क्लास ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप के जरिये बच्चों से आंसर मंगाकर उसकी जांच किया जाता हैं। साथ ही असाइमेन्ट पर चर्चा कर उनमें सुधार की सलाह बच्चों को दी जा रही हैं।