नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर दुनिया में सबसे अधिक पैसा कमाने वाले खिलाड़ियों में शामिल हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड हर साल खिलाड़ियों की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट जारी करता है। बोर्ड ने खिलाड़ियों को 4 ग्रेड में बांटा है। इसमें ग्रेड ए प्लस, गे्रड ए, ग्रेड बी और ग्रेड सी शामिल है।
ग्रेड ए प्लस के खिलाड़ियों को सालाना 7 करोड़, ग्रेड ए के खिलाड़ियों को 5 करोड़, ग्रेड बी के खिलाड़ियों को 3 करोड़ और ग्रेड सी के खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपये मिलते हैं। ये वो रकम है जो खिलाड़ियों को मिलनी तय होती है चाहे वो कितने भी मैच खेले। मान लें एक खिलाड़ी है और उसका नाम ग्रेड बी में है और वह साल में एक भी मैच नहीं खेला, लेकिन इसके बाद भी उसको 3 करोड़ रुपये मिलेंगे।
खिलाड़ियों को बीसीसीआई से मिलने वाले इस पैसे के अलावा मैच फीस भी मिलती है। उन्हें एक टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये, एक वनडे के 6 लाख रुपये और एक टी20 मैच खेलने के 3 लाख रुपये मिलते हैं। अगर कोई खिलाड़ी प्लेइंग 11 का हिस्सा नहीं है तो उसे इस रकम का 50 फीसदी मिलता है। आमतौर पर एक टी20 मैच 3 घंटे का होता है तो इस हिसाब से वे तीन घंटे में 3 लाख रुपये कमा लेते हैं।
खिलाड़ियों को इसके अलावा भी पैसे मिलते हैं, जिसे बोनस मनी कहा जाता है। ये एक इनाम होता है जो टेस्ट क्रिकेटर को मिलता है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने इससे संबंधित कुछ रोचक खुलासे किए हैं।
आकाश चोपड़ा ने यूट्यूब चैनल पर कहा कि अगर किसी खिलाड़ी ने दोहरा शतक बनाया तो उसे 7 लाख रुपये अतिरिक्त मिलते हैं। जबकि शतक जड़ने पर 5 लाख रुपये मिलते हैं। वहीं, अगर किसी गेंदबाज ने 5 विकेट लिए तो उसे 5 लाख रुपये बोनस मिलते हैं। ये पैसा मैच फीस का हिस्सा नहीं होता है।
आर. अश्विन ने इस साल के शुरू में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में शतक जड़ा था और कुल 8 विकेट लिये थे। आकाश चोपड़ा ने संकेत दिया कि अश्विन ने उस एक टेस्ट मैच से 25 लाख रुपये कमाए होंगे।
यह नहीं भूलना चाहिए कि बीसीसीआई ऐतिहासिक जीत के बाद बोनस भी देता है। इस साल की शुरुआत में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचते हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 पर कब्जा किया था। इस जीत के बाद बोर्ड ने भारतीय खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपये बोनस के तौर पर दिया था।
इस बीच, टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेलने के लिए इंग्लैंड में हैं। वह 18-22 जून तक साउथैम्पटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ ये मुकाबला खेलेगी। इसके बाद टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी।