पत्थलगांव: कोरोना संक्रमण के कारण पूरे विश्व में कोहराम मचा हुआ है। कोई भी प्रदेश उससे अछूता नहीं रहा। पर जशपुर के एक गांव ने ऐसे समय में मिसाल कायम की है। फरसाबहार के पेरवारा गांव में अभी तक एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं हुआ है। इसे शहीद वसीन टोप्पो के गांव के नाम भी जाना जाता है, जिन्होंने बस्तर नक्सली हिंसा मेंअपने प्राण गंवाए थे।
पेरवारा गांव के लोग कोरोना आते ही पूरी तरह से सतर्क हो गए थे। इस गांव में एक भी व्यक्ति संक्रमण का शिकार नहीं हुआ। आपस में मिलजुलकर रहने के कारण इनकी एकजुटता देखते ही बनती है। 45 से अधिक लोगों के लिए इस गांव का जो लक्ष्य रखा गया था, वो भी पूरा हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान यहां लाॅकडाउन और कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया गया।
गांव से बाहर जाने वाले सभी रास्तों पर बबूल के कांटे डालकर बंद कर दिया गया था। पड़ोसी राज्य ओड़िशा से भी सारे संपर्क काट दिए गए थे। कड़ाई से पालन करने पर यहां एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं हुआ।