तखतपुर: पटवारी से तंग आकर किसान ने अपनी ईहलीला ही समाप्त कर ली। किसान जमीन की रजिस्ट्री न होने से किसान बेहद परेशान था। मरने से पहले किसान से अपने सुसाइड नोट में पटवारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। किसान ने लिखा है कि जमीन की पर्ची बनाने के एवज में पटवारी हजारों रूपयों की मांग कर रहा था।
यह मामला तखतपुर के राजाकपा का हैै। मृतक किसान का नाम छोटू राम कैवर्त था। वह जमीन ब्रिकी के लिए 6 महीने से पटवारी के पीछे घूम रहा था। पटवारी ने जमीन की पर्ची बनाने के एवज में 5000 रूपये की मांग की थी। मृतक के बेटे रज्जू कैवर्त ने बताया कि जमीन की पर्ची डेढ़ महीने पहले घूम हो गयी थी, जिसे बनवाने पिता पटवारी के पास गए थे।
पर्ची के एवज में पटवारी को 5 हजार रूपये भी दिए थे लेकिन बावजूद इसके पटवारी ने पर्ची नहीं बनायी और कहा कि वह ऑनलाइन हो गया है। पिता ने पर्ची न बनने के कारण आत्महत्या कर ली और सुसाइड नोट में भी यही लिखा। पटवारी का नाम उत्तम प्रधान है। किसान की आत्महत्या के बाद प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर सारांश मित्तर के निर्देश के बाद एसडीएम आनंद रूप तिवारी ने पटवारी उत्तम प्रधान हलका नं 10 निगार बंद को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।