नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। दूसरी बार केंद्र में सरकार बनने के बाद यह उनका चौथा रेडियो कार्यक्रम है। मोदी ने नागरिकों से बेटियों की उपलब्धियां सामने लाने के लिए #भारत की लक्ष्मी अभियान शुरू करने की अपील की। उन्होंने ट्वीट कर कार्यक्रम में खास मेहमानों के जुड़ने की जानकारी दी।
पीएम मोदी ने लता मंगेशकर को दी जन्मदिन की बधाई
मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि विदेश दौरे से पहले ही लता दीदी से फोन पर बात की और जन्मदिन की अग्रिम बधाई दी. पीएम मोदी ने उनसे कहा कि आपका स्वास्थ्य अच्छा रहे, आपका आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे, बस यही प्रार्थना है. बता दें कि 28 सितंबर को लता मंगेशकर का जन्मदिन था, जिसके लिए पीएम मोदी ने अमेरिकी दौरे पर जाने से पहले ही बधाई दी थी.
पीएम मोदी ने दीं त्योहारों की शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों को त्योहारों की बधाई देते हुए कहा कि हम सभी नवरात्रि महोत्सव, गरबा, दुर्गापूजा, दशहरा, दीवाली, भैया-दूज, छठ पूजा, अनगिनत त्योहार मनाएंगे. सभी को आने वाले त्योहारों की ढेर सारी शुभकानाएं.मोदी ने कहा, “दीपावली में सौभाग्य और समृद्धि के रूप में यह लक्ष्मी का स्वागत है। हमारी संस्कृति में बेटियों को लक्ष्मी माना गया है। क्या इस बार हम अपने समाज में बेटियों के सम्मान के कार्यक्रम रख सकते हैं। हमारे यहां कई बेटियां होंगी जो अपने परिवार, समाज का नाम रोशन कर रही होंगी। हमारे पास कई बेटियां बहुएं ऐसी होंगी जो असाधारण काम कर रही होंगी। कोई बच्चों की शिक्षा तो कोई डॉक्टर, इंजीनियर बन कर समाज की सेवा कर रही होंगी। स्वच्छाता के बारे में जागरुकता फैला रही होंगी। हमारा समाज इनका सम्मान करे। इन बेटियों की उपलब्धियों के बारे में सोशल मीडिया में शेयर करें। हैशटैग के साथ शेयर करें। हैशटैग भारत की लक्ष्मी। जैसे हम सबने मिलकर एक महा-अभियान चलाया था सेल्फी विद डॉटर। उसी तरह, इस बार हम अभियान चलायें #भारत की लक्ष्मी।”
पिछली बार मोदी ने श्रीकृष्ण और गांधी के बारे में बात की थी
मोदी ने इससे पहले 25 अगस्त को मन की बात में संबोधित किया था। तब मोदी ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी त्योहार पर बात करते हुए कहा था कि भारत से दो मोहन का नाता रहा है- एक सुदर्शन चक्रधारी (भगवान श्रीकृष्ण), तो दूसरे चरखाधारी (महात्मा गांधी)। उन्होंने कहा था कि 2 अक्टूबर 1869 को एक नए युग का जन्म हुआ था। उनसे सेवा भाव की बात हमेशा जुड़ी रही।