मुंगेर: छुट्टी नही मिलने से जवान इस कदर नाराज था कि उसने थाने में ही अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दी। इधर जवानों ने सोचा की नक्सलियों ने हमला बोल दिया है इसलिए वे भी मोर्चा संभालकर फायरिंग करने लगे, जिसमें होमगार्ड जवान की मौत हो गयी। इस फायरिंग की सूचना थानाध्यक्ष को दी गयी। मौके पर पहुंचे एसपी ने पूछताछ की। पता चला है कि दोनों तरफ से 50 राउंड गोलियां चली हैं।
घटना मुंगेर के बरियारपुर थाना की है। मरने वाले जवान का नाम मोहम्मद जाहिद था। वह 1989 में होमगार्ड में भर्ती हुआ था। तीन दिन पहले ही वह बरियापुर थाना मंे पदस्थ हुआ था। दो दिन पहले जवानों के परिजनों ने थाने पहुंचकर अधिकारियों को बताया था कि जवान की तबीयत ठीक नहीं है, उसे कुछ दिन की छुट्टी दे दी जाए। पर आधिकारियों ने उसे छुट्टी नहीं दी।
इस बात से जवान इस कदर बौखला गया कि अपना मानसिक संतुलन खो बैठा और बरियारपुर थाना परिसर के शौचालय के पास से गोली चलाने लगा। वह किसी को टारगेट नहीं कर रहा था। गोली चलने की आवाज से थाना में बैठे जवान अलर्ट हो गए और जवाबी कार्रवाई करते हुए होमगार्ड पर गोलियां चला दी। मारे गए जवान के बेटे ने पुलिस पर आरोप आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पिता की हत्या की गई है।