रमेश गुप्ता
बिलासपुर: पुलिस ने 10 दिन पहले हुई लूट की वारदात के केस को सॉल्व कर लिया। इस मामले में पुलिस ने दो युवकों को पकड़ा है। इनमें से एक युवक वहीं काम करने वाला है। युवक ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर चोरी और लूट का प्लान बनाया और घटना को अंजाम दिया। युवक का अपने मालिक से कुछ दिनों पहले काम-काज को लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद उसने नौकरी छोड़ी और मालिक को सबक सिखाने चोर बन गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से, लूटे गए 10 लाख के सोने-चांदी के जेवर बरामद कर लिए हैं।
यह है मामला
सिविल लाइंस इलाके ग्रीन पार्क में रहने वाले विनोद आडवानी के घर पर 15 दिसंबर को दो युवकों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। घर पर युवकों ने तब धावा बोला विनोद की मां घर पर अकेली थी। इन युवकों ने बुजुर्ग महिला पर हमला कर उसे बेहोश कर दिया। उसके हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद आलमारी में रखे 10 लाख के जेवर लेकर भाग गए थे। एसपी प्रशांत अग्रवाल ने इस केस की छानबीन के लिए टीमों का गठन किया।
विनोद के घर पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट, डॉग स्कवॉड की टीमें पहुंच गईं जांच शुरु हुई। 80 ऐसे लोगों से पूछताछ की गई जिन पर पुलिस को शक था। विनोद की कपड़े की दुकान में काम कर चुके नौकरों की लिस्ट बनाई गई। 10 हजार के करीब टेलीफोन नंबर को पुलिस की टीम ने जांचा जो घटना के वक्त विनोद के मकान के आस-पास एक्टिव थे। इन सब के बीच पुलिस को रवि भोसले के बारे में पता चला। रवि विनोद की दुकान में काम कर चुका था उसका उसके साथ विवाद हुआ था, जिसके बाद उसने नौकरी छोड़ दी थी।
बिलासपुर के टिकरापारा में पुलिस की एक टीम रवि से मिलने पहुंची। पता चला कि रवि कुछ दिनों से घर पर नहीं है। इसके बाद रवि की तलाश में टीम लगी रही। उसे पुराने हाईकोर्ट के पीछे से पकड़ा गया। टीम ने रवि से पूछताछ की और लूट की वारदात की सारी उलझनें सुलझने लगीं। रवि ने बताया कि दीपक यादव नाम का युवक उसका दोस्त है। दीपक एक चोरी के मामले में जेल जा चुका है। दोनों ने मिलकर विनोद के घर पर चोरी का प्लान बनाया और 15 दिसंबर की शाम इस घटना को अंजाम दिया।