सुकमा: प्रदेश सरकार राम वन गमन पथ को लेकर वृहद पर्यटन स्थल बनाने की योजना पर काम कर रही है। प्रदेश सरकार ने रामाराम गांव से मिट्टी लाने रथ भेजा था लेकिन वहां उसे आदिवासियों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा। आदिवासियों ने रथ को उल्टे पांव लौटा दिया, उनका कहना था कि राम का रामाराम से कोई रिश्ता नहीं है।
दरअसल राम वन गमन पथ बनाने के लिए रामाराम का भगवान राम से रिश्ता जोड़ते हुए मिट्टी लाने रथ को भेजा गया था। पर आदिवासियों के विरोध के बाद रथ बेरंग वापस लौट आया। रथ के साथ रामाराम गए अधिकारियों से आदिवासियों साफ शब्दों में कह दिया कि इस जगह का राम से कोई संबंध नहीं है। समाज के नेताओं ने प्रशासनिक अधिकारियों पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने पेशा कानून का उल्लंघन किया है।