रायपुर:
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो आरोपी तेंदुए के दो नन्हें शावक के साथ पकड़े गए है. मैनपुर से खरीदकर रायपुर लाने के दौरान पुलिस ने इन्हें अभनपुर के पास पकड़ा है. आरोपियों के खिलाफ वन्यप्राणी अधिनियम के तहत सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है. शावकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डॉक्टर पुलिस थाने पहुंचे हुए है और वन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे है.
पुलिस के मुताबिक मुखबीर से सूचना मिली थी कि एक स्कूटी में शावक ले जाया जा रहा है. इस आधार पर नाकेबंदी कर अभनपुर के पास आरोपियों को पकड़ा गया. दोनों आरोपियों ने शावकों को बेचने के लिए वीडियो शेयर किया था. चार सितंबर से इनके पास शावकों का होना पाया गया है. यह लगातार बेचने के लिए ग्राहक ढूंढ रहे थे.
पकड़े गए दोनों आरोपी गुढ़ियारी के रहने वाले है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी साबिर अली और राकेश ने बताया कि जंगली लोगों से तेंदुए के दोनों शावक को 50 हजार रुपये में खरीदा थे. उसे बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे थे.
जब तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं पहुंचे थे, उससे पहले आईजी आनंद छाबड़ा ने इनाम की घोषणा की थी. अब पुलिस टीम को आईजी 30 हजार रुपए देंगे. पुलिस इस तस्कर गैंग में और भी लोगों के होने की आशंका जता रही है. इसके पीछे बड़ा गैंग होने के आधार पर आगे की जांच की जी रही है. तेंदुए के दोनों शावक को वन विभाग को सुपुर्द कर दिया गया है.
एसपी आरिफ शेख ने बताया कि गरियाबंद में तेंदुए के शावक की तस्करी की सूचना मिली थी. वहां जांच की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला. अभनपुर के घोट गांव के पास संदिग्ध अवस्था में कुछ लोग मिले, जिन्हें पकड़ा गया. उनके पास से एक नर और एक मादा शावक बरामद किया गया है. आरोपियों ने इसे आदिवासियों के पास से खरीदना बताया है, लेकिन इसमें बड़े गैंग का हाथ हो सकता है. इसकी भी जांच की जा रही है.