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रायपुर : प्रदेश में धान खरीदी शुरू होते ही विभिन्न जिलों से धरने प्रदर्शन एवं चक्का जाम करने की ख़बरें आने लगी हैं. धान खरीदी में अव्यवस्था को लेकर किसान सड़कों पर हैं. धान खरीदी कल से शुरू की गई थी और आज गरियाबंद, कवर्धा, महासमुंद और कवर्धा जिले में प्रदर्शन की ख़बरें आयी हैं. अलग अलग जिलों में अलग अलग मांगो को लेकर आज प्रदर्शन और चक्का जाम किया गया है.
गरियाबंद : जिले के किसानों ने आज दोबारा नेशनल हाइवे जाम कर दिया
गरियाबंद जिले के किसानों ने आज दोबारा नेशनल हाइवे जाम कर दिया। सैकड़ों की संख्या में किसान अपनी मांग लेकर हाथों में बैनर पोस्टर लिए हाईवे पर बैठे गए थे। दोपहर 12 बजे से जाम होने के कारण दोनों छोर में वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। किसानों के आक्रोश को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। यहाँ दरअसल किसानों की मांग थी की धान उपार्जन केंद्र खोला जाये।
महासमुंद : किसानों ने सोसायटी पर लगाया ताला
महासमुंद के पिथौरा में धान उपार्जन केंद्र विलोपित करने से सरकड़ा के किसान आक्रोशित हो गए हैं। उन्होंने सोसायटी में ताला लगा दिया। किसानों ने SDM को ज्ञापन देकर सरकडा धान उपार्जन केंद्र नयापारा खुर्द यथावत रखे जाने की मांग की थी। 30 नवंबर तक मांग पूरी नहीं करने पर घेराव की चेतावनी भी दी। इसके बाद भी उसे नहीं सुना गया और एक दिसंबर से धान खरीदी शुरू हो गई। इसके बाद किसानों का गुस्सा भड़क गया।
धमतरी : किसानों ने एक दिसंबर की देर रात से जाम कर रखा है स्टेट हाईवे
धमतरी के दुगली में किसानों ने 30 नवंबर की सुबह हाईस्कूल के पास पंडाल लगाकर प्रदर्शन शुरू किया। शाम तक कोई अफसर नहीं पहुंचा तो देर रात किसान सड़क पर आ गए और स्टेट हाईवे जाम कर दिया। किसानों का कहना है, 20 साल से दुगली में केंद्र खोलने की मांग कर रहे हैं। दुगली सहित 6 ग्राम पंचायतों में 1200 किसान पंजीकृत हैं। उन्हें धान बेचने 20-25 किमी दूर डोंगरडुला जाना पड़ता है। रास्ता खराब है। कलेक्टर को बुलाने की मांग पर किसान अड़े हैं।
कवर्धा : 9 क्विंटल से ज्यादा खरीदी नहीं होने से नाराज किसान
कवर्धा में कुकदूर (पंडरिया) में चाटां सेवा सहकारी समिति ने कई किसानों का पंजीयन निरस्त कर दिया है। इनमें से कई किसानों ने धान नहीं बोई, वहीं कई अव्यवस्था की चपेट में आ गए। इसके बाद किसानों ने कुकदूर-बजाग मार्ग पर चक्काजाम कर दिया है। यह मार्ग छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश के शहडोल से जोड़ता है। किसान नेता रवि चंद्रवंशी का कहना है कि इस केंद्र में कई किसानों का पंजीयन निरस्त हुआ। वहीं केवल 9 क्विंटल धान खरीदी ही की जा रही है।