नई दिल्ली: 2020 में कई परेशानियों का सामना हम कर चुके हैं। कोरोना से अभी भी हमें राहत नहीं मिली है और जाते-जाते भी यह साल एक परेशानी देते जा रहा है। दरअसल पृथ्वी की ओर एक उल्का पिंड तेजी से बढ़ रहा है। इस उल्का पिंड की साइज बुर्ज खलीफा जितनी बड़ी है। आप जानते ही हैं कि बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे बड़ी इमारत है।
नासा ने इस बात को कंफर्म करते हुए कहा है कि यह उल्का पिंड 29 नवंबर को धरती के पास से गुजरेगा। इस उल्का पिंड का नाम 153201 2000 व्ही ओ107 है। इस उल्का पिंड की स्पीड 90 हजार किलोमीटर प्रति घंटे है यानी मिसाइल की गति से यह आगे की ओर बढ़ रहा है। इस उल्कापिंड की साइ 820 मीटर है, वहीं दुनिया की सबसे बड़ी इमारत की हाइट 829 है, यानी यह उल्का पिंड उसी की साइज का है।
इस उल्कापिंड की साइज और गति को देखते हुए वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गयी है। यदि ये उल्कापिंड पृथ्वी पर गिरा तो इससे काफी नुकसान हो सकता है। नासा ने हालांकि कहा है कि यह उल्कापिंड पृथ्वी पर नहीं गिरेगा इसे नासा ने नियर अर्थ ऑब्जेक्ट(एनईओ) की कैटेगिरी में डाला है।
आपको बता दें कि सोलर सिस्टम के चट्टानी, वायुहीन अवशेषों को उल्कापिंड कहा जाता है। इन उल्कापिंडों का निर्माण 4’6 बिलियन साल पहले हुआ है। नासा ने अब तक 10 लाख से अधिक उल्कापिंडों का पता लगाया है। साल 2020 में कई छोटे बड़े उल्कापिंड धरती के करीब से गुजरे हैं।