रायपुर: बजरंग पॉवर एंड इस्पात कंपनी प्रबंधन की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज हुई कि उन्हें कई महीनों से घटिया क्वालिटी का कोयला सप्लाई किया जा रहा है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए खमतराई थाना इलाके के मेंटल पार्क स्थित एक यार्ड में जब पहुंची तो उन्होंने करोड़ों की हेराफेरी का मामला समझ में आया। पुलिस ने रंगे हाथ एक ड्राइवर समेत 8 आरोपियों को पकड़ लिया है पर मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफत से बाहर है।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यार्ड मालिक सरफराज के साथ मिलकर ट्रांसपोर्टर कई पॉवर प्लांटों को करोड़ों का चूना लगा रहे थे। साउथ अफ्रीका से आने वाले अच्छी क्वॉलिटी के कोयले को बदलकर घटिया क्वॉलिटी का कोयला बनाया जाता था।
हाई ग्रेड कोयले की हेराफेरी के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। कोयला चोर कोयले में बजरी और पत्थर मिला रहे थे। ट्रक में हाई ग्रेड कोयले की जगह बजरी और काली डस्ट लोड की जाती थी। वहीं वजन बढ़ाने के लिए पानी का छिड़काव भी किया जाता था। आरोपियों ने बताया कि अच्छे कोयले को ट्रक में से आधा उतार लिया जाता था। फिर जेसीबी की मदद से ट्रक की निचली सतह पर घटिया क्वालिटी का कोयले का चूरा बिछाया जाता था।
उसके बाद यह लोग ऊपर साउथ अफ्रीका से आने वाले अच्छे कोयले को डाल देते थे और उस पर पानी का छिड़काव कर देते थे, जिससे घटिया क्वॉलिटी का कोयला मिक्स हो जाता था। पुलिस ने आशंका जतायी है मास्टरमाइंड ट्रांसपोर्टर प्रीतम सरदार और यार्ड मालिक सरफराज के पकड़ मंे आने के बाद कई और खुलासे हो सकते हैं, यहीं नहीं यह गिरोह बड़ा हो सकता है, जिनमें अभी कई नाम सामने नहीं आए हैं।