बड़ी खबर: नक्सलियों के खिलाफ रणनीति तैयार करने गरियाबंद में बड़ी समन्वय बैठक आयोजित

एसपी की उपस्थिति में इंटेलिजेंस तथा सीआरपीएफ के कई अधिकारी हुए शामिल

गरियाबंद–नक्सल समन्वय को लेकर एक बड़ी बैठक गरियाबंद एसपी ऑफिस में आयोजीत की गई, जिसमें नक्सलियों के खिलाफ महत्वपूर्ण रणनीति तैयार की गई है खास बात यह है कि लंबे समय बाद पुलिस विभाग, इंटेलिजेंस विभाग, IB. SIB. तथा सीआरपीएफ के कई अधिकारी भी इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए। जिसमें भविष्य में चलाए जाने वाले ऑपरेशन के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। साथ ही समन्वय और निगरानी बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई हैं।

गरियाबंद जिला स्तरीय नक्सल समन्वय समीक्षा बैठक का हुआ आयोजन

नक्सली गतिविधियों पर पूर्ण अंकुश लगाने के संबंध में जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ, आई.बी., एस.आई.बी. एक साथ मिलकर बनाये रणनीति।

गरियाबंद जिले के अंतर्गत माओवादी गतिविधियों पर सत्त निगाह रखे जाने के लिए निर्णय।

गरियाबंद पुलिस अधीक्षक द्वारा सीआरपीएफ के अधिकारियों के साथ किया गया समन्वय बैठक दिये आवश्यक दिशा-निर्देश।

एसपी ऑफिस से जारी विज्ञप्ति के अनुसार विगत दिवस विशेष महानिदेशक (एस.आई.बी. एवं ए.एन.ओ.) श्री अशोक जुनेजा के द्वारा उड़ीसा और छत्तीसगढ़ अंतर्राज्यीय समन्वय हेतु वर्चुुअल मीटिंग आयोजित किया गया था। जिसके तारतम्य में जिला स्तरीय नक्सल समन्वय बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये थे। जिस पर डॉ. आनंद छाबड़ा पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज के मार्गदर्शन एवं समन्वय से गरियाबंद जिले में जिला स्तरीय नक्सल समन्वय समीक्षा बैठक गरियाबंद पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल की अध्यक्षता में आज दिनांक 17.10.20 को पुलिस अधीक्षक कार्यायल के सभा कक्ष में आयोजित किया गया। समीक्षा बैठक के दौरान माओवादीयों के गतिविधियांें में पूर्ण रूप से अंकुश लगाने हेतु जिला स्तरीय नक्सल समन्वय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। उक्त मीटिंग में सीआरपीएफ कमाण्डेंट 211 बटालियन- संजीव रंजन, सीआरपीएफ कमाण्डेंट 65 बटालियन- विजय कुमार सिंह, सीआरपीएफ ए.सी. 211 बटालियन- वाई.के.राहंगदाले, सीआरपीएफ 211 बटालियन टू.आई.सी.- सुरेश कुमार, सुखनंदन राठौर अति. पुलिस अधीक्षक गरियाबंद, संतोष महतो अति.पुलिस अधीक्षक गरियाबंद, सीआरपीएफ ओ.सी. 65 बटालियन- बाबुल हॉजरा, सीआरपीएफ ए.सी. 65 बटालियन- अंकित कुमार, सीआरपीएफ ए.सी. 65 बटालियन टी.हॉकिप, सीआरपीएफ ए.सी. 65 बटालियन- बीजेन्द्र सिंह, सीआरपीएफ ए.सी. 65 बटालियन- सुनील कुमार, सीआरपीएफ 211 बटालियन निरीक्षक- मनोज कुमार एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। साथ ही गरियाबंद पुलिस बल से डी.एस.पी हेड क्वाटर टी.आर. कंवर, एस.डी.ओ.पी. मैनपुर रूपेश ड़ाण्डे, एस.डी.ओ.पी. संजय ध्रुव, रक्षित निरीक्षक उमेश राय, थाना प्रभारी गरियाबंद निरीक्षक विकाश बघेल, थाना प्रभारी छुरा निरीक्षक राजेश जगत, थाना प्रभारी अमलीपदर निरीक्षक सत्येन्द्र सिंह श्याम, थाना प्रभारी इंदागांव उप नि0 जयवीर भागत, थाना प्रभारी जुगाड़ उप नि0 सुमन लाल पोया, थाना प्रभारी शोभा उप नि0 संतोष जयसवाल, थाना प्रभारी मैनपुर उप नि0 भूषण चंद्राकर, थाना पीपरछेड़ी प्रभारी सहा.उनि0 प्रेम सिंग कोमरे भी उपस्थित रहे।


गरियाबंद पुलिस द्वारा नक्सली गतिविधियों पर पूर्ण अंकुश लगाने के संबंध में जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ, आई.बी., एस.आई.बी. एक साथ मिलकर बनाये रणनीति। मीटिंग के दौरान सीआरपीएफ 65 बटालियन के कमाण्डेंट विजय कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस बल की संख्या पर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। आपसी समन्वय और भी बेहतर किया जा सकता है। इसी क्रम में सीआरपीएफ 211 बटालियन के कमाण्डेंट संजीव रंजन द्वारा बेहतर समन्वय के साथ मिलकर कार्य करने तथा इंट को सेरिंग के माध्यम से बेहतर तालमेल किया जा सकता है। आई.बी.एवं एस.आई.बी. के अधिकारियों के द्वारा माओवादी के गतिविधियों पर सत्त निगाह रखते हुये नक्सलियों सूचना देने पर जिला पुलिस बल एवं सीआरपीएफ के आपसी समन्वय स्थिापित कर एक साथ नक्सल गस्त करने का रणनीति बनाये गये।
गरियाबंद जिले के अंतर्गत माओवादी गतिविधियों पर सत्त निगाह रखे जाने हेतु लिये गये निर्णय। माओवादियों के गतिविधियों पर सत्त निगाह रखे एवं सूचनातंत्र को बजबूत करने को कहा।
गरियाबंद पुलिस अधीक्षक द्वारा सीआरपीएफ के अधिकारियों के साथ किया गया समन्वय बैठक दिये आवश्यक दिशा-निर्देश। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिला बल एवं सीआरपीएफ एक साथ मिल कर आपसी समन्वय स्थिापित कर नक्सल गस्त करने पर बड़ी सफलता प्राप्त हो सकती है। नक्सल गस्त के दौरान ग्रामीण जन से विनम्र रहते हुये मित्रता पूर्ण व्यवहार करने को कहा।

गरियाबंद पुलिस अधीक्षक द्वारा अपने उद्बोधन में बताया कि गरियाबंद पुलिस द्वारा जनता के विकास एवं हितो की रक्षा के लिये, ग्रामीण जनों को राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सुरक्षा बल तैनात है। मुख्य उद्देश्य नक्सल समस्या को समाप्त करना एवं गांव-गांव विकास कार्य करवाना। इलाज की व्यवस्था करवाना, ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं से लाभ दिलवाना पुलिस फोर्स का संघर्ष आम जनता के हितो के लिए लगातार जारी रहेगा।

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