गरियाबन्द के लोगों की सुरक्षा के लिए लकडाउन को बताया बेहद जरूरी
फारूक मेमन / गरियाबंद: गरियाबंद जिले में भी लॉकडाउन लगाए जाने की मांग ने अब जोर पकड़ लिया है जिले के जिला पंचायत सदस्यों तथा जनपद अध्यक्षों ने आज कलेक्टर से मुलाकात कर जिले में 15 दिनों के लिए संपूर्ण लाक डाउन लगाए जाने की मांग की है कलेक्टर ने कहा कि इस वक्त इसी से संबंधित कार्य किया जा रहा है सभी एसडीएम से यह रिपोर्ट मंगाई गई है जिसके बाद निर्णय होगा।
गरियाबंद जिले में दिन-ब-दिन बढ़ रहे कोरोनावायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या ने जनप्रतिनिधियों को भी चिंता में डाल दिया है प्रदेश के 12 जिलों में लॉक डाउन किए जाने के बाद गरियाबंद जिले में भी संपूर्ण लॉकडाउन की मांग अब जोर पकड़ चुकी है आज गरियाबंद के कई महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधि जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर 15 दिन के लिए संपूर्ण लाभ डाउन की मांग की
जिसमें प्रमुख रुप से जिला पंचायत सदस्य शेखर साहू तथा रोहित साहू के साथ जनपद अध्यक्ष टोकेश्वरी मांझी छुरा जिला पंचायत सभापति,सदस्य गण लोकेश्वरी नेताम,धनमती यादव,मधुबाला रात्रे,फिरतुराम कवर,केशरी ध्रुव,जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि जगन्नाथ साहू, सुनील यादव, विशेष रूप से उपस्थित रहे इन जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर से मांग की कि लगातार बढ़ रहे आक्रमण की कड़ी तोड़ने के लिए लॉकडाउन अत्यंत आवश्यक हो चुका है अब तत्काल निर्णय की जरूरत दिख रही है गरियाबंद के लोगों की सुरक्षा को देखते हुए संपूर्ण lock-down किया जाना चाहिए, आवेदन में उन्होंने प्रदेश और गरियाबंद के आंकड़ों का भी उल्लेख किया कि गरियाबंद में अब तक 905 से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं वहीं प्रदेश में यह आंकड़ा 85000 पार कर चुका है ऐसे में जब प्रदेश के 14 जिलों में विज्ञान निर्णय हो चुका है तो गरियाबंद में भी लोगों की सुरक्षा को देखते हुए संपूर्ण लागू किया जाना चाहिए।
जिस पर कलेक्टर छतर सिंह डेहरे ने कहां की अभी इसी से संबंधित कार्य चल रहा है सभी एसडीएम को इस संबंध में अपना पक्ष और प्रस्ताव मंगवाया गया है निर्णय उन प्रस्ताव के आधार पर ही होगा। कलेक्टर ने अतः आप लोग भी एक बार एसडीएम से अपनी बातें रख सकते हैं।