5 सितंबर को ऐप का होगा शुभारंभ
गरियाबंद – राज्य सरकार गोबर खरीदी की प्रक्रिया को अब हाईटेक करने जा रही है इसके लिए खरीदी को ऑनलाइन करने की तैयारी कर ली गई है बकायदा एक मोबाइल ऐप तैयार किया गया है गोधन न्याय योजना से इसे जोड़ा गया है वही इस पूरे मामले में सबसे रोचक तथ्य यह है कि गोबर बेचने वाले के पास स्वयं का मोबाइल नंबर होना अनिवार्य रखा गया है तभी कोई व्यक्ति गोबर बेच पाएगा, ₹2 किलो के हिसाब से बिकने वाले गोबर के लिए पहले ग्राम पंचायतों द्वारा विक्रेताओं का पंजीयन लेंप्स में करवाया जाएगा जिसमें विक्रेता का नाम मोबाइल नंबर आधार नंबर सहित अन्य जानकारियां जमा करनी होंगी इसके बाद हर बार जब वह गोबर बेचेगा तो तत्काल ऑनलाइन एंट्री की जाएगी इसके लिए बकायदा ट्रेनिंग भी प्रारंभ कर दी गई है
2 सितंबर तथा आज 3 सितंबर दोनों दिन दोपहर 3:30 बजे बकायदा गोबर खरीदी करने वाले कर्मचारियों की ट्रेनिंग कराई जा रही है आज तो इसके लिए बकायदा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी आयोजित की गई है जिसमें इसकी बारीकियां समझाई जाएंगे उच्च अधिकारी लगातार इसे लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दे रहे हैं
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार गोधन न्याय योजना को लेकर काफी गंभीर नजर आ रही है इसे पशुपालकों के लिए काफी राहत पहुंचाने वाली योजना मानकर इसकी सटीक तैयारी की गई है गोबर की खरीदी गरियाबंद जनपद क्षेत्र के ज्यादातर गौठानो में प्रारंभ कर दी गई है पशुपालकों को इसका लाभ मिलने लगा है शुरुआती चरण में होने के कारण अभी भी खरीदी के तरीके में कई नए चीजें जोड़ी जा रही है 5 सितंबर से गोबर की खरीदी ऑनलाइन करने की तैयारी राज्य सरकार ने कर ली है इसके लिए बकायदा एक मोबाइल ऐप तैयार किया गया है जिसमें गोबर खरीदने वाला अधिकारी गोबर खरीदी करते समय ऑनलाइन एंट्री करेगा किस पशुपालक ने कितना गोबर बेचा इसकी ऑनलाइन एंट्री का प्रशिक्षण इन दिनों दिया जा रहा है फिलहाल खरीदी करने वाले कर्मचारी के मोबाइल पर ऐप डाउनलोड जनपद पंचायतों द्वारा करवाया जा रहा है बकायदा शुरुआत में इसका रजिस्ट्रेशन किया जाता है पासवर्ड तैयार किया जाता है जिसके बाद उस मोबाइल में गोबर खरीदते समय ऑनलाइन इंटर की जाएगी।
गोबर खरीदी के लिए पशु पालक का मोबाइल नंबर अनिवार्य रखा गया है वही इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने के निर्देश अधिकारियों ने दे रखे हैं शासन की इस योजना को लेकर राज्य शासन भी काफी गंभीरता दिखा रही है और पशुपालकों को सीधा लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है
गोबर खरीदी से बढ़ा पशुओं का महत्व–रीना धुर्वे
गरियाबंद जनपद में मनरेगा का कार्य देख रही अधिकारी रीना धुर्वे का कहना है कि राज्य शासन पशु पालकों को पशुधन से लाभ दिलवाना चाहती थी ताकि पशुओं का महत्व बड़े यही कारण है कि इस योजना को काफी महत्व दिया जा रहा है फिलहाल इस पर फोकस किया गया है कि आगामी 2 दिन में सभी गोबर खरीदने वाले अधिकारियों के मोबाइल में गोधन न्याय योजना का ऐप डाउनलोड हो जाए और ऐप के माध्यम से खरीदी 5 सितंबर से प्रारंभ की जाए।
गोधन न्याय योजना में राज्य सरकार ने तारीफ के काबिल किया है काम
वही इस संबंध में सरपंच संघ के अध्यक्ष मनीष ठाकुर एवं बारूका के सरपंच छत्रपाल कुंजाम का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने गोबर खरीदी प्रारंभ कर पशुपालकों का मान बढ़ाया है जिस गोबर को पहले युवा पीढ़ी पसंद नहीं करती थी और इसी के चलते पशुओं को घर में रखना पसंद नहीं किया जाता था अब वह आय का जरिया बन रहा है इस पर भी पारदर्शिता बरतने के लिए सारी प्रक्रिया ऑनलाइन किए जाने की तैयारी की गई है जो और बेहतर है इस कार्य के लिए राज्य शासन सचमुच तारीफ के काबिल है। ग्रामीण जनता गरीब पशुपालक राज्य के मुखिया के इस निर्णय के लिए काफी प्रशंसा कर रहे हैं