केरल: केरल के मुन्नार में भारी बारिश के बाद भूस्खलन हुआ है। इस हादसे में टाटा ग्लोबल बेवरेजेज (टीजीबी) की सहयोगी कंपनी कन्नन देवान हिल्स प्लांटेशन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (केडीएचपी) के 80 से अधिक चाय बागान कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य आज सुबह से ही लापता हैं। वहीं अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 50 से ज्यादा लोगों के दबे होने की जानकारी मिली है। लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
राजमलाई में नेम्मक्कड़ एस्टेट के पेटीमुडी डिवीजन में 20 परिवारों के घर पर एक बड़ी पहाड़ी गिर गई। परिवार के सदस्य कीचड़ और मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ समेत राज्य सरकार के बचाव दल दुर्घटनास्थल तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। भारी और भूस्खलन की वजह से रेस्क्यू टीम को पहुंचने में दिक्कत हुई। गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से मुन्नार पहाड़ी क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है।
अफसरों का कहना है कि जिस क्षेत्र में यह भूस्खलन हुआ वह पर्यटन नगरी मुन्नार से लगभग 25 किलोमीटर दूर है। अधिकारियों ने कहा कि यहां 70 से 80 लोग रहते थे और उन्हें भी पता नहीं है कि कितने और लोग मलबे और कीचड़ फंसे हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इडुक्की जिले में हुई इस घटना पर दुख जताया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इसके साथ ही घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘इडुक्की में भूस्खलन में हुई जान की क्षति से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’’ उन्होंने घायलों के शीर्घ स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और प्रशासन मौके पर काम कर रहा है तथा प्रभावित लोगों को सहायता की जा रही है।
वहीं मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा, राज्य अग्निशमन सेवा का 50 सदस्यीय विशेष विशेष बल, जो रात-दिन के काम के साजों-सामान से लैस है, वह घटना स्थल पर भेजा गया है.। मुख्यमंत्री कार्यालय ने वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से बचाव और राहत कार्य में मदद मांगी है। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम भूस्खलन स्थल पर पहुंच गई है।
एक और ट्वीट में सीएम पिनाराई विजयन राजामलाई, इडुक्की में भूस्खलन पीड़ितों के बचाव के लिए एनडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है। पुलिस, अग्निशमन, वन और राजस्व अधिकारियों को बचाव प्रयासों में शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं। त्रिशूर में स्थित एनडीआरएफ की एक और टीम जल्द ही इडुक्की पहुंच जाएगी।
इससे पहले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि घटनास्थल पर मेडिकल टीम और 15 एंबुलेंस को रवाना किया गया है। इडुक्की जिले में मुथिरापुझा नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण पर्यटन के लोकप्रिय स्थल मुन्नार जैसे निचले इलाकों में भी बाढ़ का पानी देखा गया है।