कानपुर मुठभेड़: कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर में ढेर

लखनऊ: कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। उज्जैन से कानपुर आ रही एसटीए की गाड़ी रास्ते में पलट जाने के बाद विकास दुबे भागने की कोशिश कर रहा था। इसके बाद पुलिस और विकास दुबे के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने पिस्टल छीनकर पुलिसकर्मियों पर गोली चलाने का प्रयास किया। एनकाउंटर में गंभीर रूप से घायल विकास दुबे को पुलिस अस्पताल लेकर गई। जिसेक बाद पुलिस ने एनकाउंटर में दुबे की मारे जानी की पुष्टि की है। इस मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

दुर्घना के बाद भागने का प्रयास

2 जुलाई को बीकरू में विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम के 8 जवानों को उसने मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद लगातार उत्तर प्रदेश पुलिस 100 पुलिस टीम के साथ अलग-अलग राज्यों में उसकी तलाश कर रही थी। विकास दुबे गुरुवार की सुबह उज्जैन महाकाल के मंदिर परिसर में मिला था। गिरफ्तारी के बाद उसे कानपूर लाया जा रहा था जहां दुर्घना के बाद दुबे भागने का प्रयास किया। यही पुलिस और विकास के बीच मुठभेड़ हुई और वह मारा गया।

कानपुर आईजी नें की एनकाउंटर पुष्टि

कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने भी कानपुर एनकाउंटर में दुबे की मारे जाने की पुष्टि की है।कानपुर पश्चिम के एसपी ने बताया है कि गैंगस्टर विकास दुबे ने कार पलटने के बाद भागने का प्रयास किया। पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, इस दौरान उसने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल अधिकारियों द्वारा मृत घोषित किए जाने से पहले पुलिस की ओर से ये बयान सामने आया है।

पत्नी और बेटा गिरफ्तार

मध्य प्रदेश पुलिस ने दुबे के साथ दो वकीलों और शराब कंपनी के मैनेजर के साथ ही चार अन्य को भी हिरासत में लिया है। वही यूपी में विकास की पत्नी रिचा अपने बेटे के साथ लखनऊ में अपने मकान के पास से स्थानीय लोगों की सूचना पर पकड़ी गई।

करीबी साथी भी एनकाउंटर में ढेर

तीन जुलाई को आइजी मोहित अग्रवाल व एसएसपी दिनेश कुमार पी की अगुआई में पुलिस ने विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और चचेरे भाई अतुल दुबे को मुठभेड़ में मार गिराया।  इनामी भतीजा अमर दुबे मौदहा में मुठभेड़ में ढेर हो गया ।

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