Dantewada | 6 साल पहले नक्सलियों ने ध्वस्त किया था स्कूल, अब खुद ही बना दिया, आखिर क्या थी इसके पीछे वजह, जानिए इस खबर में

दंतेवाड़ा। मासापारा गांव का प्राथमिक स्कूल इस वक्त सुर्खियों में है। दरअसल, इस स्कूल की नई इमारत बनकर तैयार हो गई है। खास बात यह है कि इस स्कूल को करीब छह महीने पहले नक्सलियों ने तोड़ दिया था, लेकिन अब उन्हीं नक्सलियों ने इस स्कूल को खुद बनाया है। आखिर कैसे उन नक्सलियों का मन बदला और उन्होंने यह बेहतरीन कदम उठाया, आइए हम आपको बताते हैं-

2005 से अब तक तोड़े कई स्कूल
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों का आतंक बरकरार है। साल 2005 के बाद से अब तक नक्सली दंतेवाड़ा में 10 से ज्यादा स्कूलों की इमारत ध्वस्त कर चुके हैं, जिनमें मासापारा का यह स्कूल भी शामिल था। 

ऐसे दोबारा बनाया गया स्कूल
बता दें कि नक्सलियों के पुनउर्त्थान के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस लोन वर्राटू अभियान चला रही है। इसके तहत अब तक 18 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इन नक्सलियों ने दंतेवाड़ा कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के सामने हथियार डाले थे। इसके बाद उन्होंने मासापारा के उस स्कूल को खुद बनाने की अनुमति मांगी, जो उन्होंने तोड़ दिया था। कलेक्टर ने तुरंत मंजूरी दी, जिसके बाद सरेंडर कर चुके नक्सलियों ने गांव वालों की मदद से स्कूल दोबारा बना दिया। इसके लिए उन्होंने भारी बारिश के बीच भी काम नहीं रोका।

अपने बच्चों को भी पढ़ाएंगे नक्सली
गौरतलब है कि नक्सलियों द्वारा तोड़ा गया यह ऐसा पहला स्कूल है, जिसे दोबारा बनाया गया। स्कूल दोबारा बनने से गांव के लोग काफी खुश हैं। उनका कहना है कि वे अपने बच्चों का इसी स्कूल में दाखिला कराएंगे। वहीं, सरेंडर कर चुके नक्सलियों ने भी अपने बच्चों को इसी स्कूल में पढ़ाने की बात कही है। दंतेवाड़ा के जिला कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि भांसी मासापारा का स्कूल बनकर तैयार है। 

पोटाली गांव में भी दोबारा बनेगा स्कूल 
बताया जा रहा है कि मासापारा के बाद अब पोटाली गांव के जिस स्कूल-आश्रम को नक्सलियों ने ध्वस्त कर दिया था। अब सरेंडर कर चुके नक्सलियों और गांव वालों की मदद से इसे भी दोबारा बनाया जा रहा है।

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