बीकानेर: राजस्थान के बीकानेर में बेहद दर्दनाक घटना हुई है, जब लुका-छिपी खेलने के दौरान 5 बच्चों की एक ड्रम में फंसने से मौत हो गई। बताया जा रहा कि बच्चे जिस ड्रम में छिपे थे वह ढक्कनबंद था और अनाज के भंडारण में इस्तेमाल होता था। जैसे ही बच्चे इसमें छिपे अचानक ही इसका ढक्कन बंद हो गया, जिसकी वजह से बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई। मृत बच्चों में चार आपस में सगे भाई-बहन थे, जिनकी उम्र 4 साल से 8 साल के बीच थी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है।
दिल दहला देने वाला ये मामला बीकानेर के नापासर थाना इलाके के हिम्मतसर गांव का है। बताया जा रहा कि काफी देर तक बच्चों का पता नहीं चलने पर परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। कई जगह तलाश के बाद जब उनका पता नहीं चला तो अचानक ही अनाज रखने वाले ड्रम की जांच की गई। तब इन मासूमों का पता चला। पुलिस ने बताया कि ये घटना उस समय हुई जब बच्चे खेलते हुए ढक्कनबंद ड्रम में घुस गए। इसी बीच इस ड्रम का ढक्कन बंद हो गया, जिसकी वजह से बच्चों का दम घुट गया।
परिजनों के मुताबिक, जैसे ही उन्होंने ड्रम का ढक्कन खोला तो उनके होश उड़ गए। सभी बच्चे बेहोशी की हालत में थे। तुरंत ही पांचों मासूमों को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इनमें 4 बच्चे आपस में भाई-बहन थे, उनकी पहचान सेवाराम (4 साल), रवीना (7 साल), राधा (5 साल) और पूनम (8 साल) के तौर पर हुई है। इनके बच्चों के पिता का नाम भयाराम है, जो कि पेशे से एक किसान हैं। पांचवे बच्चे की पहचान माली के तौर पर हुई है, जो कि भयाराम की भतीजी है।
राजस्थान के झुंझुनूं में भी इसी तरह का दर्दनाक हादसा हुआ, खेल के दौरान मिट्टी ढहने से तीन बच्चों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि चार बच्चे मिट्टी के टीले के नीचे सुरंगनुमा घर बनाकर खेल रहे थे, तभी अचानक मिट्टी ढह जाने से चारों बच्चे उसमें दब गये। उन्होंने बताया कि चारों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने तीन बच्चों को मृत घोषित कर दिया। एक बच्चे का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
झुंझुनू और बीकानेर में हुई दर्दनाक घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, हिमतासर गांव, नापासर और चिराना गांव, उदयपुरवाटी में खेलते समय हुए हादसों में 8 बच्चों की मृत्यु हृदयविदारक और दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। घायल बच्चे के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है।