जशपुरनगर :
श्रम निरीक्षक को 40 हजार स्र्पये रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथों गिरपफ्तार किया है। शाम तकरीबन पौने 6 बजे एसीबी की इस कार्रवाई से कलेक्टर कार्यालय में अफरा तफरी मच गई। एसीबी की टीम ने आरोपों के घेरे में आए निरीक्षक से 40 हजार स्र्पये नकद जब्त किया है।
जानकारी देते हुए एसीबी के एंटी करप्शन ब्यूरो के डीएसपी शैलेन्द्र पांडे ने बताया कि छत्तीसगढ़ अभिनंदन नामक एनजीओ के संचालक रमेश यादव ने बिलासपुर स्थित एसीबी के कार्यालय में शिकायत की थी कि श्रम विभाग जशपुर में पदस्थ निरीक्षक सुरेश कुमार कुर्रे द्वारा मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत किए गए कार्य के शेष भुगतान के लिए उनसे एक लाख 90 हजार स्र्पये की रिश्वत मांगी गई है।
प्रार्थी के मुताबिक जब उसने निरीक्षक से रकम अधिक होने की बात कही, तो आरोपित निरीक्षक ने एक लाख स्र्पये में मामला क्लियर करने की बात कही थी। बताया जा रहा है कि एक मुश्त रकम ना होने पर निरीक्षक सुरेश कुर्रे प्रार्थी से किश्तों में रिश्वत की रकम ले रहा था। रिश्वत की पहली किश्त 40 हजार स्र्पये देने के लिए रमेश यादव सोमवार को श्रम विभाग पहुंचा था।
रमेश यादव की शिकायत पर एसीबी की टीम पूरी तैयारी के साथ कलेक्टर कार्यालय के प्रांगण में स्थित श्रम विभाग के कार्यालय की घेरा बंदी की थी। प्रार्थी ने जैसे ही आरोपी निरीक्षक को रिश्वत दिए जाने का इशारा किया, आसपास मौजूद एसीबी की टीम ने निरीक्षक के चेम्बर को घेर लिया। चैम्बर की तलाशी के दौरान एसीबी की टीम ने रिश्वत में दिए गए नोट को बरामद कर लिया है।
डीएसपी शैलेन्द्र पांडे ने बताया कि मामले में कार्रवाई करते हुए सुरेश कुर्रे के खिलाफ अपराध दर्ज किया जा रहा है। उन्होनें न्यायालय में पेश किया जाएगा। इस कार्रवाई के एसीबी के निरीक्षक प्रमोद खेस सहित टीम के सदस्य शामिल थे। इधर मामले में आरोपित श्रम निरीक्षक सुरेश कुर्रे ने पूरे मामले को साजिश करार देते हुए स्वयं को निर्दोष बताया है।