28 हजार बच्चों तक पोषण आहार और 731 गंभीर कुपोषित तक पोषण किट घर-घर पहुंचाया जा रहा

पोषण आहार और सूखा राशन की घर पहुंच सेवा बच्चों के लिए मद्दगार

फारूक मेमन
गरियाबंद:- शासन द्वारा कोरोना वायरस के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु लाॅकडाउन की घोषणा के पश्चात सभी आंगनबाड़ी केन्द्र बंद किये गये है। लाॅकडाउन के स्थिति में 03 से 06 वर्ष के बच्चो को गरम भोजन नहीं मिल पाने के कारण उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर पर विपरित प्रभाव न पड़े इसलिए लाॅकडाउन के नियमों का पालन करते हुए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुबह से ही हितग्राहियों के घर घर जाकर रेडी टू ईट पोषण आहार व सूखा राशन पहुॅचाने में जुटे है।

कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देश पर जिले के सभी 1460 आंगनबाड़ी केन्द्रों में 28 हजार 675 पंजीकृत हितग्राहियों तक रेडी टू ईट पोषण आहार व गरम भोजन हेतु सूखा राशन घर घर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पहुंचाना सुनिश्चित किया जा रहा है। साथ ही वह हितग्राहियों के घरों में कोरोना वायरस से बचने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन, चेहरे को मास्क से ढ़कना, स्वच्छता एवं हाथों को साबुन से बार बार धोने के लिए भी पे्ररित कर रहे है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के संवेदनशील निर्णय पर 03 से 06 वर्ष के 28 हजार 675 बच्चों को 750 ग्राम रेडी टू ईट पोषण आहार का पैकेट एवं मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत 06 माह से 03 वर्ष के चिन्हाकित गंभीर कुपोषित 731 बच्चों को सूखा राशन (चांवल, मिक्स दाल, सोयाबीन बड़ी, चना, झुरगा, मटर, आलू, प्याज, पापड़, आचार एवं गुड़) इत्यादि का पैकेट बनाकर प्रदाय किया जा रहा है। गर्भवतियों, शिशुवती माताओं व बच्चो के स्वास्थ्य का भी ध्यान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गृह भेंट के माध्यम से रखा जा रहा है एवं नियत समय पर लगने वाले टीकाकरण भी ए.एन.एम. व मितानिन के सहयोग से हितग्राहियों को लगाया जा रहा है। इस विषम परिस्थिति में घर में ही रेडी टू ईट पोषण आहार का पैकेट मिलने से बच्चो के अभिभावकों ने खुशी जाहिर किया है। 

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