स्वास्थ्य विभाग द्वारा देवभोग के सीमावर्ती गावों का निरीक्षण

गरियाबंद: कोरोना वायरस से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार ग्रामों का दौरा करते हुए जानकारी दी जा रही है। कलेक्टर श्याम धावड़े के निर्देशानुसार गत 24 अप्रैल 2020 को जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डाॅ. एन.आर. नवरत्न एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक डाॅ. रीना लक्ष्मी द्वारा छत्तीसगढ़ उड़ीसा सीमा से लगे ग्रामों में भ्रमण कर कोरोना वायरस से बचाव हेतु सीमा में आने-जाने वाले रास्तों में लगे नाकों का निरीक्षण किया और होम क्वारेनटाईन किये गये लोगों से मिलकर उनका स्वास्थ्य हालचाल पूछा तथा ग्रामीणों को अन्दरूनी रास्तों से आने-जाने वाले लोगों पर निगरानी रखते हुए बाहरी व्यक्तियों की सूचना तत्काल ग्राम प्रमुख या स्वास्थ्य कर्मी को देने हेतु समझाईश दी गई।

देवभोग से 20 किलोमीटर दुर उड़ीसा के कालाहांडी जिले के एक गांव में कोरोना पाॅजेटिव मरीज मिलने के कारण देवभोग विकासखंड सीमावर्ती क्षेत्र अत्यंत संवेदनशील बना हुआ है। प्रशासन द्वारा छत्तीसगढ़ उड़ीसा सीमा के सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा ग्राम दीवानमुड़ा, झाखरपारा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण किया गया और उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया गया तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं स्टाफ को कोरोना वायरस से स्वयं को बचाव हेतु सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सावधानी से मरीजों की जांच एवं देखभाल करने की सलाह दिया गया। बाहर से आये हुए व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य रूप से करने का सलाह दिया गया। 
ग्राम सुपेबेड़ा के किडनी बिमारी से पीड़ित दुर्योधन पुरैना जिसकी मृत्यु कुछ दिनों पहले हुई थी, के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उसके परिवार वालों से मिलकर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली गई और सुपेबेड़ा में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के संबंध में जानकारी ली गई।

देवभोग से लौटते हुए अधिकारी द्वय ने मैनपुर विकासखंड के उप स्वास्थ्य केन्द्र कुल्हाड़ीघाट का निरीक्षण किया एवं राजीव गांधी को कंद मूल खिलाने वाली बल्दीबाई का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया और लोगों को सर्तक रहकर लाॅकडाउन का पालन करने तथा सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को उड़ीसा जाने से बचने की सलाह दी गई।

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