रायपुर : कुछ सालों पहले तक विरले ही हम लोग किडनी रोगों के बारे में सुना करते थे. लेकिन आजकल की तेजी से बदलती जीवनशैली एवं असंतुलित खानपान के कारण आये दिन किडनी रोगों के नए मरीज सामने आ रहे हैं. यहां तक कि पहले जहां इस बीमारी को उम्रदराज लोगों में ही देखा जाता था, वही आजकल युवावस्था में भी यह समस्या देखी जा रही है.
एक अनुमान के मुताबिक इस समय विश्वभर में लगभग 85 करोड़ लोग किडनी की बीमारी से ग्रस्त हैं. जिनमें से हर साल लगभग 41 लाख लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है. इसलिए प्रतिवर्ष मार्च के दुसरे गुरुवार को विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है, ताकि जनसामान्य को किडनी रोगों के कारणों एवं बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक किया जा सके.
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी NHMMI मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में विश्व किडनी दिवस मनाया गया. डॉक्टर्स के लिए एक खास क्वीज कॉम्पीटिशन का आयोजन भी किया गया. जिसमें डॉक्टर्स ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का परिचय दिया.
इस अवसर पर हॉस्पिटल के किडनी रोग एवं गुर्दा प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ सुनील धर्मानी ने गुर्दारोगो के बारे में जानकारी दी.