मुरादाबाद: दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण डरी हुई है. वही कुछ लोग इस बात का फायदा उठाने में लगे हुए है. मामला उतरप्रदेश के मुरादाबाद का है, जहां यात्री नंदादेवी एक्सप्रेस ट्रेन में मास्क लगाकर पहुंचा और लोवर बर्थ पाने के लिए खुद को कोरोना का मरीज बता दिया, जिसके बाद पुरे ट्रेन में अफरा तफरी मच गयी.
क्या है पूरा मामला:
10 मार्च की रात 11 बजे नंदादेवी एक्सप्रेस देहरादून से कोटा जाने के लिए रवाना हुई. एसी-थ्री के कोच संख्या बी ई टू के बर्थ संख्या 53 (मिडिल बर्थ) पर समरजीत सिंह की मथुरा तक बर्थ रिजर्व थी. समरजीत मास्क लगाकर कोच में पहुचा और यात्रियों से कहा की उसे लोवर बर्थ दे दें, क्योकि वह कोरोना वायरस से पीड़ित है. समरजीत की बात सुनते ही कोच में अफरा तफरी मच गयी. लोग हंगामा करते हुए उसे ट्रेन से उतारने की मांग करने लगे. जिसके बाद टीटीआई ने मामले की सुचना रेलवे कंट्रोल रूम को दी.
जांच से सामने आई ये बातें :
ट्रेन को हरिद्वार स्टेशन में रोका गया, जिसके बाद रेलवे के अपर मंडल चिकित्साधिकारी, आरपीएफ व जीआरपीएफ सुरक्षा कवच पहनकर पहुंचे. यात्री समरजीत को ट्रेन से उतारा गया और कोच में दवा का छिडकाव किया गया. इस कारण ट्रेन हरिद्वार स्टेशन पर 50 मिनट तक रुकी रही.
रेलवे के डॉक्टर की सुचना पर जिला अस्पताल से डॉक्टर पहुचे और यात्री की जांच की गई. जांच में पाया गया कि समरजीत को सामान्य बुखार, सर्दी, खांसी है, जिसका पहले से ही इलाज चल रहा है.
मामले की सुचना रेलवे प्रशासन ने समरजीत के परिजनों को दी और उन्हें सहारनपुर से बुलाया गया. रेलवे प्रशासन यात्री को हरिद्वार के कोरोना यूनिट को सौपने जा रहा था, लेकिन माफ़ी मांगने के बाद यात्री को चेतावनी के साथ परिवार वालो को सौंप दिया गया.