नई दिल्ली :
भारतीय वायुसेना को पहला राफेल फाइटर जेट फ्रांस ने सौंप दिया है. उप वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल वीआर चौधरी ने लगभग एक घंटे तक विमान में उड़ान भरी. भारतीय वायु सेना के सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को भारत को फ्रांस ने पहला राफेल विमान सौंपा. इस राफेल विमान का टेल नंबर RB-01 है, जो भारतीय वायुसेना के अगले चीफ एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया के नाम को दर्शाता है.
भदौरिया राफेल फाइटर जेट को उड़ा चुके हैं. वो राफेल फाइटर जेट को उड़ाने वाले भारतीय वायुसेना के पहले पायलट हैं. उनको गुरुवार को ही भारतीय वायुसेना का नया चीफ नियुक्त किया गया है. वो एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की जगह लेंगे. धनोआ 30 सितंबर को चीफ ऑफ एयर स्टाफ के पद से रिटायर हो रहे हैं.
एयर मार्शल भदौरिया 26 तरह के फाइटर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाने में पारंगत हैं. उनको 4250 घंटे तक फाइटर विमान और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाने का अनुभव है. उनको परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM), अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM), वायु सेवा मेडल (VM) और एडीसी से भी सम्मानित किया जा चुका है.
लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा में रहा राफेल सौदा
आपको बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में राफेल विमान को खरीदने का करार सबसे चर्चित और विवादित सौदों में से एक रहा है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर इस डील में घोटाला करने का आरोप लगाया गया था
राहुल गांधी अपनी रैलियों में इस सौदे का हवाला देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था. इसको लेकर राहुल गांधी ने पीएम मोदी को चोर तक बता डाला था. हालांकि कांग्रेस को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.
भारत में राफेल को लेकर तैयारियां भी की जा रही हैं. वायुसेना अपनी ‘गोल्डन ऐरोज’ 17 स्क्वाड्रन को फिर शुरू करने की तैयारी में है. यह राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली इकाई होगी.