बलौदाबाजार : पुलिस का दावा है कि लंबे समय बाद आखिरकार भाजपा नेत्री मालती बंजारे की हत्या की गुत्थी सुलझा लिया गया है. पुलिस ने चार साल बाद मालती हत्याकांड का आज खुलासा किया. भाजपा नेत्री हत्या के मामले में पुलिस ने अजीत कुर्रे नाम के व्यक्ति का गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आरोपी मृतिका का रिश्तेदार है और उसका मृतिका से नाजायज संबंध भी था. गिरफ्तारी के बाद अजीत को न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया.
बता दें कि यह घटना आज से करीब 5 साल पहले साल 2015 में भटगांव थाना इलाके के जुनवानी गांव में घटी थी. मालती बंजारे की अर्धनग्न लाश आंगनबाड़ी के पीछे मिली थी. प्रथम दृष्टया शक बलात्कार व मर्डर का था. मामले को उलझाने के लिए हत्यारे से एक फर्जी सुसाइड नोट भी छोड़ दिया था. मामला तत्कालीन भाजपा सरकार से जुड़ी नेता का था, सो पुलिस ने तफ्तीश शुरू की, लेकिन मौत का रहस्य खुल नहीं पाया.
मौत के इस राज को सुलझाने फोरेंसिक से लेकर CID तक की मदद ली गयी, लेकिन पूरे 4 साल तक हाथ खाली रहे. लेकिन मृतिका के पास मिले फ़र्ज़ी सुसाइड नोट ने पूरे मामले को पलटकर रख दिया. दरअसल पुलिस के पास सबूत के नाम पर एकमात्र सुसाइड नोट था. पुलिस को जांच में ये मालूम पड़ चुका था कि सुसाइड नोट की राइटिंग मालती की नहीं है, ऐसे में सुसाइड नोट पर पनपे शक के आधार पर जांच को आगे बढ़ाना शुरू किया. पुलिस ने एक नयी तरकीब आजमाते हुए, पूरे गांव को ही संदेह के दायरे में लाया और हर शख्स की हैण्डराइडिंग ली.
हेंडराइटिंग का मिलान करने पर गांव के युवक अजीत कुर्रे से मैच कर गया. लेकिन मौत के पहले उसका उसके साथ विवाद भी अवैध रिश्ते को लेकर चल रहा था. पुलिस के मुताबिक अजीत कुर्रे मृतिका मालती बंजारे का भांजा दामाद है. सुसाइड नोट में मिले हैंडराइटिंग के बाद अजीत से पुछताछ हुई, तो पूरे राज से पर्दा हट गया। आरोपी ने पूरी कहानी बयां करते हुए अपना गुनाह कबूल कर लिया. वहीं इस मामले में अजीत का एक साथी भी शामिल रहा, जिसकी तलाश जारी है.
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक नीथूकमल ने कहा कि आरोपी का किसी अन्य लड़की से प्रेम प्रसंग था. इसकी जानकारी मालती को थी. अजीत मालती को अपने प्रेम प्रसंग में रुकावट मान रहा था. लिहाजा उन्होंने मालती को अपने रास्ते से हटाने के लिए हत्या की साजिश रची थी. साजिश के तहत उन्होंने हत्या के बाद मालती को निर्वस्त्र कर लाश फेंक दी थी. साथ ही मृतिका के हाथ में फर्जी सुसाइट नोट पकड़ा दिया था. वहीं आरोपी ने खुद को इस घटना से बचाने के लिए 50 मोबाइल नंबरों को उपयोग किया था.