- सावन-भादो के महीने में मंदी तो रहती ही है- सुशील मोदी
- मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में GDP दर 5% पर पहुंची चुकी है
- बिहार में इस मंदी का कोई असर नहीं है- सुशील मोदी
पटना :
बिहार के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सुशील मोदी ने देश की आर्थिक स्थिति पर टिप्पणी की है. सुशील मोदी ने कहा है कि सावन-भादो के महीने में मंदी तो रहती ही है. बता दें कि जीडीपी के ताजा आंकड़े मंदी की ओर इशारा करते दिख रहे हैं. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक विकास की दर करीब 6 साल में सबसे कम होकर 5 फीसदी पर पहुंच गई है. एक साल में ही जीडीपी में 3 प्रतिशत की भारी गिरावट हुई है. लेकिन बिहार के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री मानते हैं कि मंदी का शोर मचाकर कुछ लोग चुनाव में हार की खीझ उतार रहे हैं.
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट किया, “अमूमन हर साल सावन-भादो में अर्थव्यवस्था में मंदी रहती है, लेकिन इस बार कुछ राजनीतिक दल इस मंदी का ज्यादा शोर मचा कर चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं.”
बता दें कि सावन और भादो हिन्दू कैलेंडर का पांचवां और छठा महीना है. इस महीने में हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक नये सामानों की खरीद नहीं होती है और न ही नया काम शुरू किया जाता है.
बिहार के वित्त मंत्री ने कहा कि आर्थिक मंदी को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है क्योंकि केंद्र सरकार कई उपाय कर रही है. सुशील मोदी ने कहा, “केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा की है और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल की है. सरकार के इन उपायों का असर अगली तिमाही में होगा.”
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में मंदी का खास असर नहीं है, इसलिए वाहनों की बिक्री नहीं घटी है. सुशील मोदी ने कहा कि सरकार जल्द ही तीसरा पैकेज घोषित करने वाली है.